Jun 30, 2008

मुंबई में भारी बरसात जनजीवन अस्त-व्यस्त

मुंबई- मुंबई में भारी बरसात से कारण यहाँ के लोगों की मुश्किलें काफी बढ गयी है । मुंबई के निचले इलाके में पानी भरने की ख़बर है । मौसम विभाग ने कल अपनी चेतावनी जारी करते हुए बताया था कि पिछले २४ घंटे में भारी बरसात होगी और सुबह ११.०० बजे से हाई टाईट चेतावनी दी गई है । लोगों का गुस्सा मुंबई महानगर पालिका पर फूट रहा है बताया जाता है कि म० न० पा० भष्टाचार में आकंठ तक डूबे होने के कारण ऐसी स्थिति पैदा हो रही है ।
पिछले दिनों म०न०पा० एवं एम० एम० आर० डी० ए० संयुक्त रूप से मुंबई की जनता को आश्वासन दिया था कि ए दोनों संस्थाए मिलजुल कर कार्य करेंगे और मुंबई की जनता को बरसात समेत अन्य समस्याओं से निदान दिलाएगे किंतु यह कोरा आश्वासन ही साबित हो रहा है । बरसात के कारण हो रहे जल भराव से मुंबई की जनता भारी परेसानी का सामना करना पड़ रहा है ।
बरसात के चलते कई जगहों पर रेल के ट्रैक पर पानी भर जाने से मुंबई की लोकल रेल एवं सड़क बाधित हो गयी है रेल सेवा घाटकोपर विद्याविहार के बीच ठप्प पड़ गयी बताया जा रहा है । तथा हार्बर लाईन को बंद कर दिया गया है । सेन्ट्रल लाईन पर भी लोकल ट्रेनें नहीं चल रही है और वेस्टर्न लाईन पर लोकल ट्रेनें देरी से चल रही है । वेस्टर्न एक्सप्रेस हायवे पर भी पानी भरने के कारण जाम लग गया है
जल भराव से प्रभावित क्षेत्र कोलाबा, ग्रांटरोड, परेल, हिंदमाता, दादर, चिंचपोकली, सायन, सांताक्रूज़, मिलन सबवे, अंधेरी, जोगेश्वरी, गोरेगाव, मालाड, मालाड सबवे, कांदीवली, के निचले इलाके पानी में डूब गये है । मौसम विभाग के अनुसार दक्षिणी मुंबई के कोलाबा में २०० मिलीमीटर, जबकि सांताक्रुज उपनगर में १४३ मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
भारी बरसात के वजह से अम्बरनाथ के इलाके में दीवार गिरी तथा दीवार से दब कर तीन व्यक्तियों के मरने और चार के घायल होने की ख़बर है । इस बीच मनपा आयुक्त नें मुंबई वासियों से अपील की है कि अगर जरूरी न हो तो घर से बहार न निकलें ।

मोबाइल फोन सेवा सस्ती होगी

दूरसंचार नियामक ट्राई ने शुक्रवार को कहा कि वह टर्मिनेशन शुल्क की समीक्षा करने के दूरसंचार विभाग के सुझाव पर विचार कर रहा है।
ट्राई के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने कहा हमें दूरसंचार विभाग से पत्र प्राप्त हुआ है। उन्होंने मौजूदा टर्मिनेशन शुल्क पर पुनर्विचार का सुझाव दिया है, जिस पर हम विचार कर रहे हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या टर्मिनेशन शुल्क में कमी की कुछ गुंजाइश है, उन्होंने कहा कि हम इस पर विचार कर रहे हैं।
टर्मिनेशन शुल्क घटने से उपभोक्ताओं के लिए मोबाइल फोन पर बातचीत करना और सस्ता हो जाएगा। एक कॉल में तीन प्रमुख तत्व होते हैं- उद्भव, कैरेज और समापन। टर्मिनेशन शुल्क का भुगतान उस आपरेटर द्वारा किया जाता है, जिसके नेटवर्क से काल शुरू होती है। इस शुल्क का भुगतान उस ऑपरेटर को किया जाता है, जिसके नेटवर्क पर काल समाप्त होती है।
मौजूदा समय में ऑपरेटरों द्वारा तीस पैसे प्रति मिनट की दर से टर्मिनेशन शुल्क का भुगतान किया जाता है। दूरसंचार विभाग ने इसे घटाकर दस पैसे प्रति मिनट पर लाने का सुझाव दिया है। इससे कॉल की दर बीस पैसे प्रति मिनट घट जाएगी।

भारतीय स्टेट बैंक ने जमाराशि पर ब्याज बढ़ाया

प्रमुख उधारी दर बढ़ाने के एक दिन बाद देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने जमा की ब्याज दरों में पौना फीसदी (०.75 आधार अंक) तक की बढ़ोतरी करने की शुक्रवार को घोषणा की है, जो 30 जून से प्रभावी होगी।
मुंबई स्टाक एक्सचेंज को दी जानकारी में एसबीआई ने बताया कि 181 दिनों से लेकर एक साल से कम अवधि के लिए जमा की ब्याज दर 7.5 फीसदी से बढ़ाकर 8 फीसदी कर दी गई है।
एक साल से लेकर तीन साल से कम अवधि के लिए जमा की ब्याज दर 8.75 फीसदी से बढ़ाकर 9.5 फीसदी कर दी गई है। जबकि तीन साल से लेकर पाँच साल से कम अवधि के लिए जमा पर ब्याज दर 8.85 फीसदी से बढ़ाकर 9 फीसदी कर दी गई है। हालाँकि 180 दिनों तक की अल्पावधि की जमाओं पर ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा गया है।
बैंक ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी जमा की ब्याज दरें बढ़ाई हैं। उनके लिए एक साल से लेकर तीन साल से कम अवधि की जमाओं पर ब्याज दर 9.25 फीसदी से बढ़ाकर 10 फीसदी कर दी गई है।

स्कूल की फीस बहुत ज्यादा अभिभावक

दस में से नौ माता-पिता मानते हैं कि उनके बच्चे की स्कूल की फीस वास्तव में बहुत ज्यादा है और इसके भरने के लिए कई कठिनाइयों का सामना करते हैं। उद्योग संगठन एसोचैम के आज यहाँ जारी एक सर्वेक्षण में यह दावा करते हुए कहा गया कि स्कूल में पढ़ने वाले एक बच्चे का वार्षिक खर्च औसतन 65 हजार रुपए हो गया है जो वर्ष 2005 में 25 हजार रुपए प्रति वर्ष था। संगठन ने इस दौरान सर्वेक्षण में शामिल किए गए माता-पिताओं की वार्षिक आमदनी में 25 प्रतिशत से 30 प्रतिशत का इजाफा हुआ। इस सर्वेक्षण में दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, देहरादून, पुणे, बंगलुरु, चेन्नई और चंडीगढ़ के लगभग 2000 हजार दंपत्तियों को शामिल किया गया। देश के लगभग तीन करोड़ बच्चे निजी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करते हैं, जिनकी फीस मुद्रास्फीति के मुकाबले ज्यादा तेजी से बढ़ती है।

कच्चे तेल की कीमत 143 डॉलर की नई ऊंचाई पर

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों के सोमवार को 143 डॉलर प्रति बैरल की नई रिकॉर्ड ऊँचाइयों पर पहुँचने के बाद फ्रांस के ट्रक मालिकों ने तेल की बढ़ती हुई कीमतों को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन किया।
डॉलर के कमजोर होने की वजह से शुक्रवार को न्यूयॉर्क कच्चा तेल अब तक की रिकॉर्ड ऊँचाई १४२.99 डॉलर प्रति बैरल पर पहुँच गया। तेल का मूल्य डॉलर में आँका जाता है और डॉलर के कमजोर होने से तेल की माँग में भी बढ़ोतरी हुई है।
यूरोपियाई ट्रेडिंग के शुरू में आज लंदन ब्रेंट क्रूड गत शुक्रवार की अपनी पूर्व रिकॉर्ड ऊँचाई में एक सेंट की बढ़ोतरी के साथ 142.98 डॉलर प्रति बैरल पर पहुँच गया।

'परमाणु क़रार लागू करने से पहले संसद का सामना करेंगे'

देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पिछले कुछ दिनों की अपनी चुप्पी तोड़ते हुए वामदलों की समर्थन वापसी की चेतावनी को दरकिनार कर दिया सोमवार को कुछ पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि सरकार अमरीका के साथ संभावित परमाणु क़रार को लागू करने से पहले संसद का सामना करने के लिए तैयार है ।
उन्होंने इस बात की आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया कि सरकार को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी(आईएईए) और परमाणु आपूर्ति समूह(एनएसजी) के साथ समझौते की प्रक्रिया पूरी करने का मौक़ा दिया जाना चाहिए ।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, "हमें परमाणु क़रार पर चल रही प्रक्रिया पूरी करने का मौक़ा दिया जाना चाहिए. एक बार हम इसे पूरा कर लें, फिर हम संसद के सामने इसे रखेंगे."
प्रधानमंत्री का यह ताज़ा बयान एक दिन पहले ही यानी रविवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) की चेतावनी के बाद आया है जिसमें सीपीएम ने स्पष्ट कहा था कि अगर सरकार परमाणु क़रार पर आगे बढ़ती है तो वे यूपीए से समर्थन वापस ले लेंगे ।
वामपंथी दल कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे हैं पर वामदलों और सरकार के बीच पिछले कुछ महीनों से परमाणु क़रार के मुद्दे पर गतिरोध बना हुआ है ।
स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि जहाँ कांग्रेस परमाणु क़रार को लेकर प्रतिबद्ध नज़र आ रही है वहीं वामदल क़रार को किसी भी क़ीमत पर लागू होते नहीं देखना चाहते हैं ।
अब इस मुद्दे पर अगर वामदल सरकार से समर्थन वापस लेते हैं तो सरकार अल्पमत में आ जाएगी । हालांकि सीपीएम महासचिव के बयान के बाद प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस पार्टी ने कहा था कि उनकी सरकार को वामदलों के समर्थन वापस लेने से कोई ख़तरा नहीं पैदा होने वाला ।
इसके ठीक बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का यह ताज़ा बयान इस बात को और पुष्ट करता है कि सरकार परमाणु क़रार के मुद्दे पर पीछे हटने को तैयार नहीं है । हालांकि सोमवार को अपने बयान में प्रधानमंत्री ने यह भी विश्वास जताया है कि परमाणु क़रार के मसले पर सरकार वामदलों सही अन्य राजनीतिक दलों की चिंता को भी ध्यान में रखकर आगे बढ़ेगी ।

Jun 29, 2008

असम में विस्फोट, 5 मरे, 35 घायल

निचले असम के बक्सा जिले में एक साप्ताहिक बाजार में रविवार को एक शक्तिशाली बम विस्फोट में तीन महिलाओं सहित पाँच लोग मारे गए तथा 35 अन्य घायल हो गए।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इसी बाजार से दूसरा बम बरामद किया गया। जिले के तमुलपुर में कुमारीकाटा के भीड़ भरे बाजार में दोपहर करीब एक बजकर 10 मिनट पर बम विस्फोट हुआ, जिसमें पाँच लोग घटनास्थल पर ही मारे गए।
घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि गंभीर रूप से पाँच घायलों को गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया है। इलाके में तनाव की स्थिति की बनी हुई है।

मावोवादियों नें जवानों की नौका पर किया हमला

नौका डूबने की आशंका
उड़ीसा-आंध्र प्रदेश के नक्सल रोधी बल और उड़ीसा पुलिस के लगभग ५० जवानों के संयुक्त दल उड़ीसा के दक्षिण स्थित मलकानगिरी जिले में बलिमेला जलाशय में डूबने की आशंका जतायी जा रही है । उपरोक्त दल जिस नाव में सवार था उसपर मावोवादियों नें गोलीबारी की जिसके कारण यह घटना घटी ।
उड़ीसा के पुलिस महानिदेशक गोपाल नंदा के अनुसार घटना आलमपेट्टा गाँव के पास उस समय घटी जब लगभग ६४ जवान मावोवादियों के खिलाफ एक संयुक्त अभियान हेतु जा रहे थे ।
खबर है कि नांव में सवार आठ जख्मी जवान तैरकर जलाशय के किनारे तक आने में सफल हो सके उन्हें अस्पताल में पहुंचा दिया गया है तथा अन्य लापता पुलिस कर्मियों के तलाशी के लिए अभियान जारी है ।
पुलिस महानिदेशक नंदा नें कहा है कि हम इस समय लापता जवानों की सही संख्या तो नहीं बता सकते । किंतु उन्होंने बताया कि तीन जवान चित्रकोडा पुलिस थाने के है मलकानगिरी जिले के पुलिस अधीक्षक एस० के० गजभिये नें कहा है कि अभी तक किसी भी जवान का शव नहीं मिला है किंतु तलाशी के दौरान दल को जलाशय के भीतर ४० मीटर गहराई से जवानों की टोपिया जरूर मिली है ।

आनंद शुक्ला उत्तर भारतीय एकता मंच के अध्यक्ष पद से हटाये गये

मुंबई- वर्षों पूर्व उत्तर भारतीयों के हित की लडाई लड़ने के उद्देश्य से बनाई गयी उत्तर भारतीय एकता मंच नामक संस्था में फूट पड़ गयी है संस्था के पदाधिकारियों का संस्था के अध्यक्ष पर मनमानी करने का आरोप है । पदाधिकारियों द्वारा संस्था के हिसाब-किताब का ब्यौरा मांगे जाने पर अध्यक्ष नें उन्हें सही जानकारी नही दिया परिणाम स्वरूप संस्था के लोगों नें पुराने अध्यक्ष को हटा कर उनके स्थान पर नये अध्यक्ष की नियुक्ति कर दी गयी है ।
संस्था के पदाधिकारियों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार उत्तर भारतीयों में मशहूर हिन्दी दैनिक अखबार यशोभूमी के संपादक आनंद शुक्ला महाराष्ट्र में रहने वाले सभी उत्तर भारतीयों को एक मंच पर लाने के लिए उत्तर भारतीय एकता मंच नामक संस्था का गठन किया था और वे उसके अध्यक्ष बने । संस्था में काम करने की उनकी भूमिका को लेकर बराबर नाराजगी बनी रहती थी । धीरे-धीरे मामला इतना बढ़ गया कि संस्था के लोगों नें आनंद शुक्ला को अध्यक्ष पद से हटा कर उनकी जगह पर दिनांक २४ जून २००८ को अशोक तिवारी को संस्था का नया अध्यक्ष बना दिया है ।
संस्था के जिलास्तरीय पदाधिकारी दिनेश गुप्ता नें खुशी व्यक्त करते हुए कहा है कि अशोक तिवारी के नेतृत्व में पहले की अपेक्षा यह संस्था अधिक विकास करेगी तथा उत्तर भारतीयों के प्रगती और कल्याण के लिए कार्य करेगी ।

Jun 28, 2008

शिवसेना ने साधा बीसीसीआई पर निशाना

शिवसेना ने शनिवार को बीसीसीआई पर भारतीय क्रिकेट के मानकों को बिगाड़ने के लिए निशाना साधा और इसके अध्यक्ष शरद पवार को भी आड़े हाथों लिया।
शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में एक संपादकीय में लिखा गया है कि क्रिकेट एक मानसिक रोग बन चुका है। उद्योगपतियों और धनवान राजनेताओं ने बुरी तरह से इसका शोषण किया है।
इसमें लिखा है कि क्रिकेटर हर दिन और अमीर होते जा रहे हैं, वहीं किसानों को दो वक्त की रोटी नहीं मिल पा रही है और वे आत्महत्या कर रहे हैं।
संपादकीय में चुटकी लेते हुए कहा गया है कि महाराष्ट्र के बेटे और केंद्रीय कृषिमंत्री पवार एक दैवीय व्यक्ति हैं। वे ऐसे हैं जिसने कभी बल्ला नहीं उठाया और फिर भी भारतीय क्रिकेट को चला रहे हैं।
संपादकीय के अनुसार जिस तरह से उन्होंने बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष जगमोहन डालमिया को क्रिकेट से साफ कर दिया यह उनकी शक्तियों का एक और नमूना है। अब कोई भी डालमिया की बात नहीं कर रहा है।
इसमें कहा गया है कि खिलाड़ियों पर धन वर्षा में मुख्य भूमिका निभाने वाले केंद्रीय मंत्री ने किसानों की समस्याओं को हल करके उन्हें आत्महत्या करने से रोकने के लिए थोड़ा ही काम किया है। संपादकीय कहता है धन वर्षा केवल क्रिकेटरों को लाभ पहुँचा रही है। इससे किसानों की आत्महत्याएँ नहीं रुक रही हैं।

थप्पड़ विवाद से सबक सीखा-हरभजन

तुनकमिजाज गेंदबाज हरभजनसिंह का कहना है कि इन्सान ही गलती करता है और वे भी इससे अलग नहीं है, लेकिन इस ऑफ स्पिनर ने साथ ही दावा किया कि उन्होंने टीम इंडिया के अपने साथी एस० श्रीसंथ के साथ हुए थप्पड़ विवाद से सबक सीखा है।
मोहाली में 25 अप्रैल को इंडियन प्रीमियर लीग मैच के बाद श्रीसंत को थप्पड़ मारने पर बीसीसीआई ने इस गेंदबाज पर पाँच एकदिवसीय मैचों का प्रतिबंध लगा दिया था। हरभजन ने अपनी नादानी स्वीकार की है और उनका मानना है कि गुस्से पर नियंत्रण रखने से उनकी परेशानी का हल निकल सकता है।
इस ऑफ स्पिन गेंदबाज ने एनडीटीवी से कहा कि ऐसी कई चीजें हैं जो मैं निश्चित तौर पर करूँगा, लेकिन हम सब इन्सान हैं और हम सब गलतियाँ करते हैं और उनसे सीखते हैं। अगर मेरे को गुस्सा कम आए तो उससे काफी कुछ समाधान हो जाएगा। यह सही है कि आपको कुछ करने से पहले सोचना चाहिए और इसके लिए पूरा समय लेना चाहिए।
अप्रैल 25 की घटना के बाद हरभजन के आईपीएल में खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, जिससे उन्हें तीन करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। इसके बाद बीसीसीआई ने अलग से जाँच की और इस ऑफ स्पिनर पर पाँच एकदिवसीय मैचों का प्रतिबंध लगाया।
हरभजन ने इस पूरी घटना के लिए अपने जुनून और कभी हार न मानने वाले जज्बे को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि मैं कभी मुसीबत में फँसने की योजना नहीं बनाता। मैं अपने खेल को लेकर काफी जुनूनी हूँ और मुझे अपने देश के लिए खेलना पसंद है। मैं काफी अधिक रम जाता हूँ, मैं जीतना चाहता हूँ, मैं सभी मैच जीतना चाहता हूँ और मैं मुश्किल हालातों में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूँ।
उन्होंने कहा कि मैं टीम के लिए हमेशा मौजूद रहना चाहता हूँ। मैं जरूरत पड़ने पर देश के लिए उपलब्ध रहना चाहता हूँ और जब आप पूरी तरह से रम जाते हैं तो आपको पता नहीं चलता कि आप क्या कर रहे हैं। पंजाब का यह स्पिन गेंदबाज इस पूरे विवाद को एक सबक के तौर पर लेता है और उनका मानना है कि भविष्य में इससे उन्हें मदद मिल सकती है।
उन्होंने कहा कि जो भी होता है अच्छे के लिए होता है। ये सब नहीं होता तो सीखने का मौका भी नहीं मिलता। यह सब भगवान का सिखाने का तरीका होता है। हरभजन का मानना है कि वे मानसिक रूप से इतने मजबूत हैं कि इस परेशानी से उबर जाएँगे।
हरभजन ने कहा कि मुझे लगता है कि कोई शक्ति है जो इस तरह की चीजों से निपटने में मेरी मदद करती है। जब मैं सिर्फ 19 बरस का था तब मुझे बायोमैकेनिक टेस्ट (संदिग्ध एक्शन के लिए) देना पड़ा। 2004-2005 में भी ऐसा ही हुआ। इन सब चीजों से उबरना मेरे लिए काफी मुश्किल था, लेकिन मैं हमेशा भगवान से प्रार्थना करता हूँ कि मुश्किल परिस्थितियों में मेरी मदद करे।
प्रतिबंध खत्म होने के बाद श्रीलंका जाने वाली टीम से जुड़ने का इंतजार कर रहे हरभजन फिलहाल राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में अभ्यास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं एनसीए में अपने खेल पर कड़ी मेहनत कर रहा हूँ। साथियों के साथ मिलकर ट्रेनिंग करना काफी अच्छा है। मैं यहाँ गुजारे समय का लुत्फ उठा रहा हूँ और श्रीलंका दौरे के लिए बेताब हूँ।

शाहरुख के कार्यक्रम से पता लगा ठगों का

शाहरुख खान के क्विज कार्यक्रम ने फर्जी किटी ( कमेटी, फंड) का आयोजन कर 1।75 करोड़ रुपए ऐंठने वाले 4 लोगों का पता लगाने में पुलिस की मदद की।
यह मामला उस समय प्रकाश में आया जब फर्जी किटी की सरगना की बेटी ने कार्यक्रम में एक प्रतियोगी के रूप में भाग लेते हुए इस बात का खुलासा किया कि उनके परिवार के सदस्य मुंबई में कहाँ रहते हैं।
पुलिस ने सरगना रेणु सेठी उसके पति अश्वनी कुमार और पुत्री श्रुति और गंधर्व के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक परिवार के सदस्य धोखाधड़ी करने के बाद अमृतसर से जाकर मुंबई में कहीं रहने लगे थे। इसके बारे में पुलिस को भनक भी नहीं लगती, यदि शाहरुख खान के क्विज प्रोग्राम में इसका खुलासा नहीं होता।
पुलिस ने बताया कि अमृतसर के रणजीत एवेन्यू में रहने वाली रेणु कथित रुप से निवेशकों से 1.75 करोड़ रुपए ऐंठने के बाद पिछले महीने अचानक गायब हो गई थी।

बाल ठाकरे भी उत्तर भारतीय!

ठाकरे के दादा ने आत्मकथा में स्वीकार किया था 'शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे के पिताजी खुद रोजी-रोटी की तलाश में मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र आए थे, इसलिए उनके परिवार को मुंबई में आजीविका की तलाश में आने वाले किसी भी व्यक्ति की पिटाई करने का हक नहीं है।'
यह दावा पुणे विश्वविद्यालय की महात्मा फुले पीठ के चेयरमैन और आम्बेडकर के बारे में गहरे जानकार प्रोफेसर हरि नार्के ने राकांपा के मुखपत्र 'राष्ट्रवादी' में प्रकाशित अपने लेख में किया है। गौरतलब है कि राकांपा के प्रमुख शरद पवार शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे के मित्र हैं। नार्के ने इस लेख में मनसे प्रमुख राज ठाकरे द्वारा उत्तर भारतीयों के खिलाफ जारी हमलों की कड़ी आलोचना की है।
उन्होंने कहा कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे को अपने दादा यानी कि बाल ठाकरे के पिता प्रबोधनकर ठाकरे की आत्मकथा पढ़नी चाहिए। प्रबोधनकर ने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि उन्होंने मध्यप्रदेश में अपनी पढ़ाई की और फिर वे आजीविका के लिए कई राज्यों में घूमे। नार्के ने कहा कि इस आत्मकथा से साबित होता है कि मुंबई को अपनी बपौती समझने वाला ठाकरे परिवार मुंबई का मूल निवासी नहीं हैे।
लेख में कहा गया है कि प्रबोधनकर ठाकरे का साहित्य संयोग से 1995 में महाराष्ट्र सरकार ने नार्के की इजाजत से ही प्रकाशित करवाया था। नार्के ने सवाल उठाया है कि जो लोग दो पीढ़ियों पहले रोजी-रोटी की तलाश में मुंबई आए उन्हें मुंबई में काम की तलाश में आने वालों की पिटाई का हक किसने दिया? नार्के ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि जो लोग 24 घंटे इतिहास में डूबे रहते हैं वे भला सिर्फ दो पीढ़ी पहले के इतिहास को कैसे भूल सकते हैं।

अमरसिंह कानून से ऊपर नहीं-बसपा

बसपा ने कहा कि सपा महासचिव अमरसिंह या उनके रिश्तेदार कानून से ऊपर नहीं हैं और यदि उन्हें इस तरह की गलतफहमी हैं तो यह जल्द दूर कर लेना चाहिए।
बसपा ने सपा नेताओं के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिसमें कहा गया है कि प्रदेश की वर्तमान सरकार जानबूझकर अमरसिंह को परेशान कर रही है। गौरतलब है कि गाजियाबाद नगर निगम ने सड़कों पर हो रही दुर्घटनाएँ रोकने के लिए वहाँ के सूर्यनगर इलाके के भवन स्वामियों को, जिनमें अमरसिंह के परिजनों का मकान भी शामिल है, अतिक्रमण हटाने के उद्देश्य से नोटिस जारी किए हैं।
बसपा का मानना है कि सपा नेताओं द्वारा प्रशासनिक कार्रवाई को राजनीतिक रंग देने के लिए इस तरह का बयान दिया गया है।
उप्र बसपा के प्रवक्ता की ओर से कहा गया है कि सूर्यनगर, गाजियाबाद में 600 से अधिक भवन स्वामियों को अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं।
नगर निगम की इस कार्रवाई को किसी व्यक्ति विशेष को परेशान करने की कार्रवाई बताना न सिर्फ बचकाना है, बल्कि बयान जारी करने वालों के मानसिक द‍िवालिएपन का भी सबूत है। सपा महासचिव अमरसिंह स्वयं को कानून से ऊपर मानने की मानसिकता के चलते मामले का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रहे हैं।

सड़क दुर्घटना में सात लोगों की मौत

पश्चिम बंगाल में हावड़ा जिले के उलुबेरिया क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज एक लॉरी की एक निजी वाहन से आमने-सामने की टक्कर होने से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
पुलिस ने बताया कि मिदनापुर की ओर जा रहे एक निजी वाहन की कोलकाता जा रही लारी से आमने-सामने की टक्कर हो गई जिससे सात लोंगो की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि घायलों को उलुबेरिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

परमाणु करार पर संशय बरकरार

भारत-अमेरिका परमाणु करार पर अपने रुख के बारे में समाजवादी पार्टी ने अपने पत्ते अभी तक छिपाए रखे हैं जबकि सरकार ने उम्मीद जताई है कि इस मुद्दे पर कायम गतिरोध का कोई स्वीकार्य समाधान ढूँढ़ लिया जाएगा। हालाँकि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि सरकार करार पर आगे बढ़ेगी या नहीं।
लोकसभा में 59 सांसदों की ताकत वाले वाम मोर्चे का नेतृत्व कर रही माकपा ने करार का विरोध जारी रखते हुए प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया है कि उन्होंने ही इस मुद्दे पर देश को राजनीतिक संकट में धकेल दिया है।
आईएईए में भारत केन्द्रित सुरक्षा समझौते पर आगे बढ़ने या नहीं बढ़ने का फैसला करने से पहले सरकार और कांग्रेस सभी विकल्पों को पूरी तरह से तौल लेना चाहते हैं क्योंकि वाम दल आगाह कर चुके हैं कि परमाणु करार पर सरकार अगर आगे बढ़ी तो वह समर्थन वापस ले लेंगे।
उधर समर्थन वापस लेने की स्थिति में लोकसभा में होने वाले शक्ति परीक्षण में अहम भूमिका निभा सकने की ताकत रखने वाली 39 सांसदों की सपा ने अभी तक अपने पत्ते छिपाए रखकर सरकार के भविष्य पर संशय को बनाए रखा है।
मुलायमसिंह ने लखनऊ में कहा कि तीन जुलाई को यूएनपीए की बैठक के बाद पार्टी इस बारे में अपने रुख को स्पष्ट करेगी। उन्होंने कहा कि परमाणु करार के मुद्दे पर कांग्रेस की ओर से अभी तक उनसे किसी ने संपर्क नहीं किया है।
हालाँकि कांग्रेस के प्रति नरम रुख अपनाने संबंधी सभी सवालों को जवाब में उन्होंने उत्तरप्रदेश की मायावती सरकार को निशाना बनाकर संकेत दिया कि उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ रिश्तों में गरमाहट लाने के विचार के खिलाफ नहीं है।
कहा जाता है कि सपा इस प्रयास में पिछले दरवाजे से कांग्रेस के साथ वार्ता का सिलसिला चला भी रही है। खासकर मायावती की बसपा द्वारा संप्रग सरकार से समर्थन वापस ले लेने के फैसले के बाद दोनों दलों के बीच रिश्तों में गरमाहट लाने की सरगर्मियाँ बढ़ गई हैं।
सपा के अन्य वरिष्ठ नेता अमर सिंह इन दिनों विदेश यात्रा पर हैं। उम्मीद है कि कुछ दिन बाद उनकी स्वदेश वापसी पर इस संदर्भ में पार्टी की स्थिति में और स्पष्टता आएगी।

मनमोहन सिंह योग्य प्रधानमंत्री-सोनिया

परमाणु करार को लेकर संप्रग-वाम गतिरोध के लिए माकपा द्वारा प्रधानमंत्री को जिम्मेदार ठहराए जाने के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने उनकी सराहना करते हुए उन्हें योग्य नेता बताया और कहा कि उनका काम ही यह स्पष्ट करता है।
सोनिया ने पिछले चार साल में प्राप्त उपलब्धियों के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की प्रशंसा करते हुए कहा कि सरकार की उपलब्धियों के लिए उन्हें बधाई देने में मुझे कोई झिझक नहीं है।
उन्होंने कहा कि बहुधा ऐसा नहीं होता कि किसी नेता का काम ही उसके बारे में बोले। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे सरकार की उपलब्धियों के बारे में लोगों को बताएँ।

खत्म नहीं हुई सिर पर मैला ढोने की प्रथा

सिर पर मैला ढोने की प्रथा के उन्मूलन के लाख दावों के बावजूद हालत यह है कि देश के कई राज्यों में यह प्रथा मौजूद है।
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग ने अपने अध्ययन में पश्चिम बंगाल के सफाई कर्मचारियों की हालत को देश में सबसे बदतर बताते हुए कहा है कि वहाँ स्थायी सफाई कर्मचारी मैला ढोने को मजबूर हैं और उन्हें न्यूनतम वेतन तक नहीं दिया जाता। आयोग की अध्यक्ष सुश्री संतोष चौधरी ने बताया कि इस संबंध में केंद्र द्वारा राज्यों को अरबों रुपए दिए जा चुके हैं, लेकिन समस्या समाप्त नहीं हो पाई है।
बंगाल बेहाल : पश्चिम बंगाल का जिक्र करते हुए सुश्री चौधरी ने कहा कि लाखों लोगों का मैला साफ करने वाले राज्य के सफाई कर्मचारियों के साथ पूरा न्याय नहीं किया जा रहा है। वहाँ अस्थायी नहीं बल्कि स्थायी सफाई कर्मचारी तक मैला ढो रहे हैं और उन्हें न्यूनतम वेतन तक नहीं दिया जाता।
आयोग के अनुसार प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहनसिंह ने अब 31 मार्च 2009 तक देश से इस प्रथा को पूरी तरह समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। पहले इसके लिए 31 दिसंबर 2007 तक का समय निर्धारित था।

रियलटी शो की प्रतियोगी शिंजनी कोमा में

कोलकाता-बाँग्ला नृत्य के एक रियलटी शो में जजों की फटकार सुनने के बाद शिंजनी नामक लडकी जिसकी उम्र १६ वर्ष है ( जो इस कार्यक्रम में प्रतिभागी थी ) कोमा में चली गयी शिंजनी को शो के दौरान शो में मौजूद जजों नें उसे बुरी तरह अपमानित किया तथा शिंजनी इसका सदमा बर्दास्त नहीं कर पायी ।
सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इस कार्यक्रम से निकलने के बाद उसकी तवियत बिगड़ने लगी और वो पूरी तरह से कोमा में चली गयी । अब न तो वह बोल पा रही है और न ही हिल-डुल पा रही है ।
१९ मई को शो के जजों की फटकार सुनने के बाद उसने इसके बारे में पहले किसी को भी नहीं बताया । लेकिन दुसरे दिन उसे एक बांग्ला धारावाहिक में काम करना था । धारावाहिक के सूटिंग के दौरान वो अपना डायलांग भूल जा रही थी परिवार वालों के पूछनें पर उसने शो में जजों के फटकार और अपमानित करने के बारे में बताया ।
शिंजनी का बंगलूर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है । शिंजनी के माता-पिता उसके इस हालत के लिए जजों को जिम्मेदार ठहरा रहे है उसकी माँ शिंवनी सेनगुप्ता का कहना है कि यह शो के जजों के कारण हुआ है । मनोचिकित्सकों का कहना है कि जजों के द्वारा अपमानित किए जाने के कारण उसे ग़हरा सदमा लगा है और वो इस सदमे को बर्दास्त नहीं कर पायी परिणाम स्वरूप शिंजनी कोमा में चली गयी ।

Jun 27, 2008

‘वांटेड : डेड एंड अलाइव’ अक्टूबर में प्रदर्शित करेंगे, एक गाने के लिए 95 लाख रुपए खर्च किए।

बोनी कपूर फिल्मों के मामले में कोई समझौता नहीं करते। अपनी फिल्म को बेहतर बनाने के लिए वे खूब पैसा खर्च करते हैं। ये बात और है कि उनकी ज्यादातर फिल्में असफल हुई हैं, लेकिन बोनी ने हिम्मत नहीं हारी है।
सलमान खान को लेकर बोनी इस समय एक भव्य‍ फिल्म ‘वांटेड : डेड एंड अलाइव’ बना रहे हैं, जिसे वे अक्टूबर में प्रदर्शित करेंगे। इस फिल्म के लिए पिछले दिनों बोनी ने एक गाने के लिए 95 लाख रुपए खर्च किए। इतना पैसा बोनी जैसा हिम्मत वाला निर्माता ही खर्च कर सकता है।
सलमान पर यह गाना फिल्माया गया, जिसमें उनके साथ लगभग 800 डांसर और जूनियर आर्टिस्ट थे। कहा जा रहा है कि यह गाना बेहद शानदार है और लोकप्रिय होगा।

रिलायंस का शारजाह की कंपनी से करार

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने संयुक्त अरब अमीरात की कंपनी क्रिसेंट पेट्रो के साथ तेल और गैस के संयुक्त रूप से तेल शोधन के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
लायंस इंडस्ट्रीज में पेट्रोलियम इंटरनेशलन बिजनेस के अध्यक्ष अतुल चंद्रा ने गल्फ न्यूज को बताया कि कंपनी का तेल शोधन करने वाली किसी क्षेत्रीय कंपनी के साथ यह पहला समझौता है। उन्होंने कहा कि शारजाह की इस कंपनी के साथ हुए समझौते के बाद कंपनी क्रिसेंट के साथ मिलकर भविष्य में कारोबार को और बढ़ावा देने की इच्छुक है।
उन्होंने बताया कि इस समझौते पर सोमवार को हस्ताक्षर हुए हैं। इससे पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा था कि कंपनी की दुबई से अपनी वैश्विक गतिविधियों को फिर से चालू करने की योजना है और अगले एक दशक में कंपनी इस क्षेत्र में अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए 24 अरब डॉलर खर्च करेगी।
उन्होंने कहा कि दस वर्षों के दौरान कंपनी की क्षेत्र में 20 से 24 अरब डॉलर के निवेश की योजना है। अंबानी ने कहा था कि दुबई भविष्य के निवेश के लिए उनकी कंपनी का गेटवे साबित होगा और यह केंद्र कंपनी की अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों के संचालन की रीढ़ बनेगा।

बंद हो रहा है शाहरुख का शो?

शाहरुख खान के टीवी शो ‘क्या आप पाँचवीं पास से तेज हैं?’ के बारे में यह चर्चा तेजी से फैल रही है कि इस शो को बंद किया जा रहा है। इस शो को अपेक्षाकृत सफलता नहीं मिली है, इस वजह से जुलाई के अंत में इसका आखिरी एपिसोड प्रसारित किया जाएगा।
कार्यक्रम की असफलता की वजह इसका फॉर्मेट है जो दर्शकों को पसंद नहीं आया। इसमें पूछे जाने वाले प्रश्न बेहद किताबी किस्म के हैं, जिसकी वहज से आम दर्शक इससे नहीं जुड़ पाएँ।
शाहरुख खान भी इसकी रेटिंग बढ़ाने में नाकामयाब रहें। सूत्रों के मुताबिक शाहरुख से 52 एपिसोड्‍स का करार था, लेकिन 36 एपिसोड्‍स के बाद ही इसकी शूटिंग खत्म कर दी जाएगी। पहले यह माना गया था कि आईपीएल स्पर्धा की वजह से इसे कामयाबी नहीं मिल पा रही है, लेकिन इस स्पर्धा के समाप्त होने के बावजूद इस शो की रेटिंग नहीं बढ़ी है।

शनिवार की रात सितारों के साथ

अमिताभ बच्चन की हिट फिल्में ज़ी सिनेमा ने कुछ माह पूर्व ‘शनिवार की रात अमिताभ के साथ’ श्रृंखला के अंतर्गत दिखाई थीं। एक बार फिर ‘शनिवार की रात...’ सीरिज शुरु हो रही है।
इस बार इस श्रृंखला को नाम दिया गया है ‘शनिवार की रात सितारों के साथ’, जिसमें बॉलीवुड की हिट फिल्में प्रत्येक शनिवार रात आठ बजे दिखाई जाएँगी। इसमें ‘फूल एन फाइनल’, ‘जब वी मेट’, ‘विवाह’ और ‘हेरा फेरी’ जैसी मेगा हिट फिल्में शामिल हैं।
इसके साथ ही ‘इमरान खान को जाने तू या जाने ना कॉन्टेस्ट’ भी दर्शकों के लिए आयोजित की जा रही है। दर्शकों को दो आसान सवालों के जवाब एसएमएस के जरिए 57575 भेजना है। जिस कालेज से सबसे ज्यादा सही जवाब आएँगे, उस कॉलेज में इमरान जाएँगे।

समीरा भी टीवी पर!

छोटे परदे पर इस समय इतना ज्यादा पैसा दिया जा रहा है कि बड़े परदे के कलाकार इस ओर दौड़ लगा रहे हैं। कम समय में ज्यादा पैसा कूटने का उन्हें यह अच्छा अवसर मिला है। इसमें फिल्म के पिटने जैसी कोई रिस्क भी नहीं है।
टीवी की ओर दौड़ लगाने में अभिनेत्री समीरा रेड्डी का नाम भी शामिल हो गया है। खबरों के मुताबिक समीरा एक रियलिटी शो में जज की भूमिका निभाएँगी। एकता कपूर के इस शो का नाम ‘कौन जीतेगा बॉलीवुड का टिकट’ है।
समीरा की सेक्स अपील की वजह से उन्हें इस कार्यक्रम से जोड़ा गया है। समीरा को देखने के लिए ही दर्शक इस कार्यक्रम को देख लिया करेंगे। इस बारे में अधिकृत घोषणा नहीं हुई है, लेकिन सब कुछ तय माना जा रहा है।

एड्स बन गई महामारी

अंतरराष्ट्रीय राहत संस्थाओं रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट का कहना है कि अफ्रीका के दक्षिणी भाग में स्थित कुछ देशों में एड्स महामारी इतनी बढ़ गई है कि इसे अब आपदा की संज्ञा देना उचित होगा।
उनका कहना है कि ये संकट इतना बढ़ गया है कि ये संयुक्त राष्ट्र की आपदा की परिभाषा के तहत आता है। संयुक्त राष्ट्र उस स्थिति को आपदा की संज्ञा देता है, जिसका कोई भी समाज अपने आप सामना करने में सक्षम न हो।
रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट संघ ने अंतरराष्ट्रीय आपदाओं पर अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है विश्व स्तर पर एड्स का मुकाबला करने के लिए खर्च किए जा रहे अरबों डॉलर उन लोगों तक नहीं पहुँच पा रहे हैं तो या तो इसके शिकार हैं या फिर जिन्हें एड्स होने का खतरा है। इस संदर्भ में विशेष तौर पर यौनकर्मियों और नशीले पदार्थों का सेवन करने वालों का जिक्र किया गया है।
हर साल ढाई करोड़ की मौत : एचआईवी/एड्स के लिए रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट संघ के विशेष प्रतिनिधि डॉक्टर मुकेश कपिला का कहना है जब एचआईवी और एड्स का इतिहास लिखा जाएगा तो मुझे लगता है कि लोग कहेंगे कि हमने आसान विकल्प ही चुने।
उनका कहना है यौनकर्मी और सुई के जरिए नशीले पदार्थों का सेवन करने वाले लोग जिन्हें इसके संक्रमण का ज्यादा खतरा है, उनके लिए कुछ करने में सरकारों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
इस वार्षिक रिपोर्ट में इस बारे में भी चिंता जताई गई है कि एड्स राहत कार्य लड़ाई या फिर प्रकृतिक आपदाओं के समय पूरी तरह हाशिए पर पहुँच जाता है। एड्स महामारी एक आपदा का रूप ले चुकी है, क्योंकि इससे हर साल 2.5 करोड़ लोगों की मौत हो जाती है। ये भी बताया गया है कि लगभग 3.3 करोड़ लोग एचआईवी या फिर एड्स से जूझ रहे हैं और लगभग 7हजार लोग हर रोज इससे संक्रमित हो रहे हैं।

पुष्कर तीर्थ पर 11 करोड़ खर्च होंगे

राजस्थान में अजमेर जिले में तीर्थराज पुष्कर के विकास से जुड़े विभिन्न कार्यों पर लगभग 11 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी।कलेक्टर नवीन महाजन के अनुसार धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से पुष्कर में आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए जन सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।
पुष्कर में नया बस अड्डा बनाया जाएगा और पुराने बस अड्डे को पार्किंग स्थल में बदला जाएगा। इसी तरह नया मेला मैदान भी विकसित करने का कार्य शुरू किया गया है।महाजन के अनुसार पुष्कर आने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए ब्यावर रोड को केकडी से सीधे पुष्कर से जोड़ा जाएगा।

सचिन के ताज में एक और हीरा जड़ा

पहले कैस्ट्रॉल एशियाई क्रिकेट पुरस्कारों का शुक्रवार को ऐलान कर दिया गया है। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर को वन-डे के सर्वश्रेष्ट क्रिकेटर घोषित किया गया, जबकि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को गांगुली को 'एशियन बैट्‍समैन ऑफ द ईयर के अवॉर्ड' से नवाजा गया है।
भारत के ही सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ट्‍वेंटी-20 क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज घोषित किए गए हैं। पता चला है कि सचिन तेंडुलकर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली निजी व्यस्तताओं के कारण यहाँ होने वाले पहले कैस्ट्रॉल एशियाई क्रिकेट पुरस्कार समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे।
आयोजकों से जुड़े सूत्रों ने पुष्टि की है कि भारत के तीनों पूर्व कप्तानों ने समारोह में शिरकत नहीं कर पाने पर खेद जताया है। हालाँकि गांगुली की ओर से पुरस्कार लेने के लिए उनकी पत्नी के यहाँ पहुँचने की उम्मीद है।
सचिन इन दिनों फ्रांस में छुट्टियाँ मना रहे हैं, जबकि द्रविड़ बेंगलुरु में भारतीय टीम के ट्रेनिंग शिविर में हिस्सा ले रहे हैं। गांगुली अपने पिता चंडीदास का उपचार करवाने के लिए लंदन गए हुए हैं।

दुर्रानी का नौकर राजकुमार गिरफ्तार

नई दिल्ली - सीबीआई ने शुक्रवार को नोएडा के सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड मामले में दुर्रानी परिवार के घरेलू नौकर राजकुमार को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी की घोषणा करते हुए सीबीआई के संयुक्त निदेशक अरुण कुमार ने कहा कि राजकुमार का 23 जून से 26 जून के बीच फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला में झूठ पकड़ने की मशीन से जाँच, मनोवैज्ञानिक जाँच, ब्रेन मैपिंग तथा नार्को जाँच की गई थी।
उन्होंने बताया कि राजकुमार के धुले टीशर्ट की फॉरेंसिक जाँच के बाद उसमें मानव रक्त के अंश होने की बात सामने आने के मद्देनजर उसे गिरफ्तार किया गया है।
गौरतलब है कि राजकुमार की टीशर्ट उसके घर से जब्त की गई थी। उन्होंने बताया कि कपड़े को आगे जाँच के लिए सीडीएफडी हैदराबाद भेजा गया है। राजकुमार को कल गाजियाबाद में मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा।

शेयर बाजार 14 हजार के नीचे

मुंबई - महँगाई की आँच और कच्चे तेल के उबाल में आज देश के शेयर बाजार झुलस गए। बम्बई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 620 अंक टूटकर 10 माह के बाद 14000 अंक से नीचे उतर गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्‍टी ने 179 अंक की डुबकी लगाई।
अमेरिका के शेयर बाजारों में कल की भारी मंदी और एशियाई शेयर बाजारों के टूटने के कारण यहाँ भी कारोबार की शुरुआत से ही बिकवाली का दबाव था। पूरे सत्र के दौरान भारी बिकवाली का दबाव रहा। बीएसई के सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से एक को भी बढ़त नसीब नहीं हो सकी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें करीब 142 डॉलर प्रति बैरल के निकट पहुँच गईं। वहीं देश में महँगाई की दर 14 जून को समाप्त हुए सप्ताह में 0।37 प्रतिशत और बढ़कर अप्रैल 1995 के बाद के अधिकतम स्तर 11.42 प्रतिशत पर पहुँच गई। बाजार विशलेषक महँगाई की दर के 12 प्रतिशत से भी ऊपर निकल जाने की आशंका व्यक्त कर रहे हैं।
बीएसई का सेंसेक्स कल के 14421।82 अंक की तुलना में 14127.76 अंक पर करीब तीन सौ अंक नीचा खुला और यही सत्र का अधिकतम स्तर भी रहा। इसके बाद सेंसेक्स निरंतर बिकवाली के दबाव में रहा और सत्र में नीचे में 13760.24 अंक तक लुढ़कने के बाद कुल 619.60 अंक अर्थात 4.30 प्रतिशत की डुबकी लगाकर 13802.22 अंक पर बंद हुआ।
सूचकांक का यह स्तर 21 अगस्त 2007 के 13989।11 अंक के बाद का न्यूतनम है।
एनएसई का निफ्टी 179।20 अंक अर्थात 4.15 प्रतिशत टूटकर 4136.65 अंक पर बंद हुआ। सत्र में यह नीचे में 4119.20 अंक तक गिरा। इससे पहले शुरुआत में निफ्टी कल के 4315.85 अंक की तुलना में 4315.30 अंक पर खुला और यही सत्र का उच्चतम स्तर भी रहा।
बीएसई में बिकवाली का दबाव इतना अधिक था कि किसी भी वर्ग का सूचकांक बढ़त हासिल नहीं कर पाया। मिडकैप और स्मालकैप क्रमश: 3।19 तथा 2.68 प्रतिशत के नुकसान से क्रमश: 5558.75 तथा 6938.07 अंक पर बंद हुए। इनमें क्रमश: 183.29 तथा 191.01 अंक निकले।
अन्य सूचकांकों में धातु सूचकांक को 4।53 प्रतिशत अर्थात 630.96 अंक का झटका लगा। धातु सूचकांक 13292.45 अंक रह गया। कैपीटल गुड्स सूचकांक 4.09 अर्थात 445.09 अंक टूटा। बैंकेक्स 345.64 अंक, आइल एंड गैस 289.75 अंक, रियलटी 227.18 अंक और ऑटो 204.93 अंक नीचे आए।
एनएसई का निफ्टी मिडकैप 3।34 प्रतिशत गिरकर 2029.40 अंक रह गया। निफ्टी जूनियर 4.05 प्रतिशत के नुकसान से 6466.50 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई में सत्र के दौरान कुल 2706 कंपनियों के शेयरों में कामकाज हुआ। इसमें से 75।79 प्रतिशत अर्थात 2051 कंपनियों के शेयर घाटे में रहे, जबकि 601 अथवा 22.21 प्रतिशत में फायदा तथा 54 में स्थिरता रही।
सेंसेक्स से जुड़ी तीस कंपनियों में सबसे अधिक घाटा ऑटोमोबाइल वर्ग की अग्रणी टाटा मोटर्स के शेयर में 8।24 प्रतिशत हुआ। कंपनी का शेयर 40.35 रुपए के नुकसान से 445.05 रुपए रह गया। आवास ऋण उपलब्ध कराने वाली अग्रणी एचडीएफसी का शेयर 8.15 प्रतिशत अर्थात 182.15 रुपए गिरकर 2028.15 रुपए रह गया।
रियलटी कंपनी डीएलएफ का शेयर 5।70 प्रतिशत यानी 25.65 रुपए गिरकर 420 रुपए रह गया। सेंसेक्स के नुकसान वाले पहले 20 शेयरों में चार प्रतिशत और इससे अधिक की गिरावट रही। शानदार परिणाम के बावजूद टाटा स्टील का शेयर 4.01 रुपए अर्थात 30.35 रुपए गिरकर 721.15 रुपए रह गया।
प्रो लिमिटेड, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, अम्बुजा सीमेंट, जयप्रकाश एसोसिएट्स, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, मारुति सुजूकी, ओएनजीसी, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, रिलायंस कम्युनिकेशंस, सत्यम कंप्यूटर, इन्फोसिस, हिंडाल्को, भेल और लार्सन एंड टूब्रो के शेयर सेंसेक्स के नुकसान वाले पहले बीस शेयरों में शामिल थे।

Jun 26, 2008

कांदीवली चारकोप में दो बदमाश ढेर

मुंबई-उपनगर कांदीवली पश्चिम लिंक रोड पर रवि पुजारी गैंग के दो नामचीन बदमाशों को मुंबई पुलिस के अपराध निरोधक दस्ते के विजय सालसकर टीम ने मार गिराया जिसमें एक पुलिस अधिकारी भी जख्मी हो गये ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शाम के समय रवि पुजारी गैंग के सुनील बंगेरा उर्फ़ पुथरन और उसका एक साथी अमर शेट्टी के चारकोप में आने की सुचना पुलिस को मिली जिसके आधार पर पुलिस ने जाल बिछाया बदमाशों को देख कर पुलिस नें आत्मसमर्पण को कहा किंतु बदमाशों ने पुलिस के ऊपर फायरिंग की जिसमें पुलिस अधिकारी नितिन अलकनुरे के पाव में गोली लगने से जख्मी हो गये जवाबी कार्रवाई में पुलिस नें बदमाशों को मार गिराया । तथा घायल पुलिस अधिकारी अलकनुरे को नानावटी हास्पिटल में ले जाया गया जहाँ उनका इलाज चल रहा है ।
जयशंकर तिवारी

भ्रष्टाचार की सूची में भारत ७४ वें स्थान पर

न्यूयार्क, २६ जून । भारत भ्रष्टाचार में लिप्त १८० देशों की सूची में ७४ वें स्थान पर है जो पिछले साल से दो अंक पीछे है। स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय एजेंसी ट्रांसपेरेन्सी इंटरनेशनल ने यह सूची तैयार की है। पाकिस्तान इस मामले में भारत से काफी आगे है। वह १४० वें पायदान पर है। ईरान, लीबिया और नेपाल क्रमश: १३३ वें, १३४ वें और १३५ वें स्थान पर हैं।
२००७ में चीन और भारत ७२ वें स्थान पर थे। इस साल चीन भारत से एक स्थान पीछे है। अन्य एशियाई देशों में रूस १४५ वें, श्रीलंका ९६ वें तथा मालदीव ९० वें स्थान पर है। क्षेत्र में सबसे कम भ्रष्टाचार भूटान में व्याप्त है जहां अभी लोकतंत्र शैशव अवस्था में है। उसका स्थान ४१ वां है।
डेनमार्क, फिनलैंड, न्यूजीलैन्ड, सिंगापुर और स्वीडन शीर्ष के पांच जगहों पर हैं जबकि सबसे नीचे म्यांमा और सोमालिया को जगह मिली है। अमेरिका अपनी पहले की जगह २० वें स्थान पर है। उससे ठीक उपर जर्मनी, आयरलैन्ड, जापान और फ्रांस हैं। ब्रिटेन १३ वें पायदान है। उससे ठीक पीछे हांगकांग है।

तेल के खेल से दुनिया बेहाल

दुनिया भर में तेल के भाव में आग लगने का मुख्य कारण है "सट्टेबाजी" तेल निर्यातक देशों के संगठन "ओपेक" का कहना है कि बाजार में तेल की आपूर्ति पर्याप्त है किंतु सट्टेबाजी के कारण दम बढ़ रहे है दरसल अब शेयर बाज़ार की तरह कमोडीटी एक्स्चेंज में कच्चे तेल का वायदा कारोबार होता है इन कमोडीटी बाज़ारों में न्यूयार्क का नाईमैक्स और लंदन का कमोडीटी बाज़ार मुख्य रूप से तेल का भाव तय कर रहा है . इससे आम निवेशक या संस्थागत निवेशक किसी अन्य सामान की तरह अगले दो तीन माह के लिए तेल की बोली लगाते है . मान लीजिये किसी निवेशक नें अगस्त २००८ में एक बैरल तेल के लिए १४० डालर की बोली लगादी तो इससे कच्चे तेल के बाज़ार का रूख इसी मूल्य के स्तर के आस-पास बनने लगता है और आपूर्ती चाहे पर्याप्त भी हो तो भी किंमतें बढ़ जाती है .
तेल निर्यातक देशों के संगठन "ओपेक" का आरोप है कि ऐसे निवेशकों द्वारा भी बोली लगाई गई जो अपनी ही लगाई गई (किमतों) बोली पर डिलीवरी नहीं लेते है बल्कि इससे ऊँचे भाव के ताक में रहते है और अपना कान्ट्रेक्ट बेच देते है इस तरह वास्तविक खरीद-विक्री के बिना ही किमतों में भारी उतार-चढाव होता रहता है . आकलन यह भी है कि मुद्रा बाज़ार में डालर का भाव गिरने से निवेशकों नें तेल में पैसा लगाना शुरू किया है इससे तेल की किमतें और बढी है कुल मिलाकर मुनाफाखोरी के कारण तेल में आग लगी है .

डी एन एस का शुभारंभ

आज दिनांक २६ /०६/२००८ को डी एन एस का शुभारंभ किया गया यह एक इंटरनेट समाचार सेवा है जो कि ब्लॉग के मध्यम से लांच किया जा रहा है .