
इंदौर में 'शहीदों का मेला' कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए बिट्टा ने रविवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए वोट की राजनीति करने वाले नेताओं और राजनीतिक दलों को आतंकवाद की मूल वजह बताया। उन्होंने कहा कि पहले आतंकवाद पंजाब और कश्मीर तक ही था, लेकिन आज यह पूरे देश में फैल गया है।
हाल ही में दिल्ली में पकड़े गए जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के दो छात्रों को विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कानूनी मदद उपलब्ध कराए जाने की कोशिशों को बिट्टा ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ऐसे लोगों की मदद के लिए सामने आ रहा है जो आतंकी है।
संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरु को फांसी नहीं दिए जाने को बिट्टा ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा कि देश की की सुरक्षा एजेंसियों को सरकार के नियंत्रण से अलग करने के साथ ही आतंकियों के लिए ऐसे न्यायालय बनाने की जरूरत है जहां दिए गए फैसले को कहीं दूसरी जगह चुनौती नहीं दी जा सके।