Sep 4, 2008

बडा हादसा टला सोनिया गांधी बाल बाल बचीं

बैंगलुरू, ४ सितम्बर- काग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को ले जा रहा फैल्कन विमान आज दुर्घटना ग्रस्त होने से बाल बाल बच गया है और एक बड़ा हादसा टल गया है। इस फैल्कन विमान में सवार हो सोनिया गांधी और देश के वित्त मंत्री पी चिदंबरम कोयंबटूर जा रहे थे। विमान मे आई खराबी को देखते हुए बैंगलुरू में इसे आपात स्थिति में सुरक्षित उतार लिया गया है। दोनों नेता सुरक्षित बताए जा रहे है और किसी भी प्रकार की कोई बड़ी घटना नहीं हुई है।
कांग्रेस अघ्यक्ष सोनिया गांधी इस विमान में सवार होकर कोयंबटूर जा रही थी जहां उनकों इरोड में एक जनसभा को संबोधित करना था। विमान को बैंगलुरू में आपात स्थिति में उतारा गया।

बिहार, कोसी नदी को फिर मोड़ेगी वायुसेना

पटना, ४ सितम्बर- प्रलयंकारी कोसी नदी को उसकी मुख्यधारा में वापस ले जाने के कार्य में अब भारतीय वायुसेना भी जुटने जा रही है। इस विशेष कार्य के लिए रक्षा मंत्रालय के साथ-साथ नेपाल सरकार ने भी अपनी सहमति दे दी है।
नदी का रूख मोड़ने का भारतीय वायुसेना का बिहार में यह पहला प्रयास होगा। जलसंसाधन विभाग के सचिव अजय नायक के मुताबिक नेपाल के कुशहा के समीप कटान स्थल पर बिहार सरकार के अभियंताऒं के साथ-साथ हिन्दुस्तान स्टील वर्क्स कंस्ट्रक्शन लिमिटेड के अभियंता फिलहाल बांध के कटान भाग के दोनों छोर पर बांध के बचाव में युद्धस्तर पर लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्य तीन-चार दिनों में पूरा कर लिया जाएगा।
नायक ने बताया कि इसके बाद पायलट चैनल पर ब्लास्टिंग का कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ब्लास्टिंग से नदी की मुख्यधारा में गहरा गड्ढा बनाया जाता है ताकि नदी अपनी धारा बदल दे। बाद में इसी गड्ढे में भारतीय वायुसेना पायलट गेविन (लोहे की तार में बंधे बोल्डर) को अपने विमानों से सटीक उसी स्थान पर गिराएंगे, जिससे नदी की धारा को वर्तमान कटान स्थल की ओर बहने में अवरोध पैदा होगा। नायक ने बताया कि इससे पूर्व नदी की धारा में तीन चैनल बनाकर कोसी के साथ बहने वाले गाद को नदी की बाइंर् ओर जमा करने की कार्रवाई की जाएगी।

कांग्रेस ब्राह्मण वोटों को रिझाने में जुटी

नई दिल्ली, ४ सितम्बर- मायावती के ब्राह्मण वोटों को रिझाने वाली जातिवाद राजनीति से निपटने के लिए कांग्रेस ने जातिगत समीकरण बनाने शुरु कर दिए हैं। इसकी शुरुआत कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली में अपने ब्राह्मण नेता कमलापति त्रिपाठी की याद में एक सभा का आयोजन करके किया।
ब्राह्मण नेताओं को लुभाने के लिए इस शोकसभा के दौरान रामचरित मानस की चौपाइयां भी पढ़ी गई और रामकथा के किस्से भी सुनाए गए। ये अलग बात है कि पार्टी अपने इस नेता को बहुत पहले ही भुला चुकी थी, तभी तो उनकी जन्म शताब्दी मनाना भी याद नहीं रहा। लेकिन अब कांग्रेस पार्टी उनकी १०३ वीं जयंती मना रही है।
जातिगत समीकरण की इस पैंतरेबाजी में कांग्रेस पार्टी पहले ही एक कदम आगे बढ़ा चुकी है। इस सिलसिले में, ब्राह्मण नेता रीता बहुगुणा जोशी को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है, तो वहीं प्रमोद तिवारी विधायक दल के नेता है।
आखिर बात जब चुनावी रणनीति की हो, तो कवायद भी उसी हिसाब से करनी पड़ती है। और इसकी शुरुआत कांग्रेस ने अपने ब्राह्मण नेता कमलापति त्रिपाठी को याद करने के साथ किया है।

चीनी मोबाइल से देश की सुरक्षा को खतरा

नई दिल्ली, ४ सितम्बर- भारतीय बाजार में चीनी मोबाइल फोनों की भरमार ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। सुरक्षा एजंसियों का मानना है कि अन्य मोबाइल फोनों की तुलना में काफी सस्ते चीनी मोबाइल आगे आने वाले समय में सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं। राज्यों के पुलिस महानिदेशकों और मुख्‍य सचिवों की दिल्ली में हुई बैठक में भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी। सूत्रों के मुताबिक एक तकनीकी विसंगति के कारण चीन में बने मोबाइल फोन भारत में आतंकियों के लिए काफी मददगार साबित हो सकते हैं। इन सूत्रों के अनुसार सामान्य तौर पर हर मोबाइल फोन का अपना एक आईएमईआई नंबर होता है। इस नंबर के आधार पर फोन इस्तेमाल करने वाले का पता लगाना आसान होता है। लेकिन चीनी कंपनियां जो मोबाइल फोन बना रही है, उनमें हजारों मोबाइल फोनों पर एक ही आईईएमआई नंबर होता है।
इसके चलते यह पता लगाना लगभग असंभव होता है कि किस फोन का इस्तेमाल कौन कर रहा है। इन फोनों पर कॉल ट्रेस करना भी असंभव सा है। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक चीन के मोबाइल फोनों के साथ कई समस्याएं है। तकनीकी पक्ष अपनी जगह है लेकिन दूसरा पक्ष भी कम परेशान करने वाला नहीं हैं। यह फोन भारत में अधिकृत एजेंसियों या कंपनियों द्वारा नहीं बेचे जा रहे हैं। इनकी कालाबाजारी होती है और बेचने वाला न तो इनकी कोई रसीद देता है न दूसरी कोई गारंटी। ऐसे में इन फोनों को कौन खरीद रहा है यह पता लगाना और भी कठिन है। इस बात की आशंका बहुत च्यादा है कि इनका गलत इस्तेमाल हो सकता है।
यह पहला मौका नहीं है कि जब चीनी उपकरणों पर सवाल उठा है। इससे पहले नैशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (एमटीआरओ) ने टेलिकॉम उपकरणों की सप्लाई करने वाली एक चीनी कंपनी को सुरक्षा के लिए खतरनाक माना था। एनटीआरओ को आशंका है कि यह चीनी कंपनी अपने उपकरणों के जरिए भारत के प्रमुख सैन्य अफसरों, बड़े अफसरों और उद्योगपतियों व अन्य प्रमुख लोगों से जुड़ी सूचनाएं इकट्ठा कर रही है।
पिछले साल हुई जॉइंट इंटेलिजेंस कमिटी की बैठक में उक्त कंपनी के बारे में चर्चा हुई थी। जेएमसी ने भी इस चीनी कंपनी को भारत की सुरक्षा के लिए खतरनाक माना था। गुड़गांव में स्थित इस कंपनी के ऑफिस में भी सुरक्षा एजंसियों ने छानबीन की थी। हालांकि इस बारे में कोई बड़ा कदम अभी तक नहीं उठाया गया है।
गृह मंत्रालय के अधिकारी यह मानते हैं कि जिस तरह आतंकवादी संगठन अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं, उसे देखते हुए चीन के मोबाइल काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं। इस ओर फौरन ध्यान दिया जाना चाहिए।

जननी सुरक्षा योजना में भ्रष्टाचार का खुलासा

भदोही, ४ सितम्बर- स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा जननी सुरक्षा योजना में व्याप्त भ्रष्टाचार का मामला बुधवार को अंतत: तब खुला जब उधवां में लाभान्वित महिलाओं सहित संबंधित आशा कार्यक‌र्त्री को एएनएम द्वारा १४०० रुपये नकद वितरित करना पड़ा। गत दिवस जागरण में छपी खबर के बाद यह मामला खुलकर सामने आया है। गत वर्ष उधवां गांव में चार महिलाओं का प्रसव हुआ था जिन्हे योजना का लाभ नहीं मिला।
एएनएम ललिता देवी से जब महिलाओं ने इस बावत जानकारी मांगी गयी तो कहा गया कि पैसा अभी पैसा नहीं आया है। इस बात की शिकायत महिलाओं ने पूर्व ज्येष्ठ ब्लाक प्रमुख श्रीमती वंदना तिवारी से की। जब उन्होंने पता लगाया तो मालूम हुआ कि उधवां गांव की पांच महिलाओं के नाम का चेक कई माह पूर्व ही निकाला जा चुका है। इस बात पर श्रीमती तिवारी ने सीएमओ कार्यालय पर प्रदर्शन करने का एलान कर दिया। जब जागरण में ३० अगस्त को खबर छपी की 'बेलन-चिमटा लेकर महिलायें करेगी सीएमओ कार्यालय पर प्रदर्शन'। तो मामले की लीपापोती करने गांव में सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डा. पीवी सिंह, एएनएम व अन्य पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनका घेराव कर लिया। मौके पर ब्राह्मण महासभा के प्रदेश संरक्षक राकेश उर्फ पप्पू तिवारी भी पहुंच गये। अंतत: चार महिलाओं उर्मिला देवी, संध्या देवी, ललिता देवी व पूजा देवी को १४००-१४०० रुपये नकद दिये गये।
यहां एक खुलासा और हुआ जब पता चला कि रेखा मौर्या नामक जिस महिला के नाम का प्रसव दिखाकर चेक निकाला गया था वह फर्जी है। लोगों ने दबाव देकर गांव की अति गरीब महिला राजकुमारी देवी को यह पैसा दिलवा दिया। मौके पर मौजूद श्री तिवारी का कहना था कि अभी यह एक मामला है जबकि जांच की जाय तो लाखों रुपये घोटाले की बात सामने आयेगी। कहा कि प्रसव व नसबंदी के दौरान होने वाली धांधली का खुलासा भी किया जायेगा। उधर, दोषी एएनएम ललिता देवी का कहना था कि पांचों चेक स्वामीनाथ मिश्र नामक व्यक्ति ने लिया था जो मर्चवार निवासी आशाकर्मी का पुत्र है। चिकित्सा अधीक्षक डा. पीवी सिंह ने कहा कि दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।