Jul 7, 2008

परमाणु करार किसी भी तरह से मुस्लिम विरोधी नहीं

बदायूं ८ जुलाई : समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने अमेरिका के साथ परमाणु करार का विरोध करने वालों को आज आड़े हाथों लेते हुए कहा कि परमाणु करार मुस्लिम विरोधी नहीं है। यदि यह मुस्लिम विरोधी होता तो मुस्लिम देश इस पर हस्ताक्षर नहीं करते।
यादव यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होने साफ शब्दों मे कहा कि परमाणु करार पूर्णतया राष्ट्रहित में है।
यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री मायावती परमाणु करार को मुस्लिम विरोधी बता कर लोगो को डरा रही हैं। यदि करार मुस्लिमों के हित मे नही होता तो मुस्लिम देश इस पर हस्ताक्षर ही नहीं करते।
उन्होने कहा कि दुनिया के ४५ देश परमाणु करार के पक्ष में है। जब सभी देश इस करार पर राजी हैं तो एकमात्र भारत इसका विरोध करके विकास की राह से दूर हो जायेगा।
यादव ने कहा कि सपा ने हमेशा साम्प्रदायिक ताकतों के विरुद्ध लड़ाई लड़ी है और यह लड़ाई हमेशा जारी रहेगी और इनको परास्त करने के लिए सपा किसी भी हद तक जा सकती है।
उन्होने कहा कि जब तक धर्मनिरपेक्ष ताकतें एक साथ नही होगी साम्प्रदायिकता का सफाया नही हो सकता है।
भाजपा द्वारा अवसरवादी कहे जाने के सवाल पर उन्होने कहा कि अवसरवादी कौन है यह बात सारा देश जानता है मुझे इस पर सफाई देने की आवश्यकता नही है। आगामी लोकसभा चुनावों मे कांग्रेस के साथ गठबंधन के सवाल पर उन्होने फिलहाल कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
वाम दलों से संबंधित प्रश्न पर भी उन्होने टिप्पणी करने से साफ इंकार कर दिया।

इंदौर मामले की गूज विधानसभा पहुँची

भारत बंद के दौरान इंदौर में सांप्रदायिक हिंसा हालात का जायजा लेने पहुँचे कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारियों के मुद्दे और इन नेताओं की रिहाई की माँग पर विधानसभा पावस सत्र के पहले दिन सोमवार को जमकर हंगामा मचा।
विपक्ष की नेता जमुना देवी ने यह मामला आज सदन की कार्यवाही शुरू होते ही निधन के उल्लेख के समय दिवंगतों को श्रद्धांजलि देते हुए उठाया।
उन्होंने इंदौर की घटनाओं में मारे गए लोगों को याद करते हुए जब राजनीतिक आलोचना शुरू कर दी तो अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी ने उन्हें टोका तथा राजनीतिक आलोचनाओं को कार्यवाही से हटा दिया।
दिवंगतों के सम्मान में सदन की कार्यवाही पाँच मिनट के लिए स्थगित होने के बाद जब प्रश्नकाल के लिए बैठक शुरू हुई तो कांग्रेस, समाजवादी पार्टी एवं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों ने एक बार फिर यही मामला उठाने का प्रयास किया।
अध्यक्ष ने उनसे कई बार आग्रह किया कि वे प्रश्नकाल चलने दें, लेकिन बेहद नाराज विपक्षी सदस्यों ने उनकी एक नहीं सुनी। इस पर उन्होंने प्रश्नकाल के लिए निर्धारित समय साढ़े ग्यारह बजे तक कार्यवाही स्थगित कर दी।

जम्मू-कश्मीर सरकार गिरी

जम्मू-कश्मीर में मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के साथ ही सरकार गिर गई है। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में विश्वास मत का सामना नहीं किया और वे अपना इस्तीफा देने के लिए राजभवन रवाना हो गए हैं।
अमरनाथ यात्रा बोर्ड को जमीन देने और उसे वापस लेने के विवाद के बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि गुलाम नबी सरकार अधिक दिन की मेहमान नहीं है क्योंकि कांग्रेस के सहयोगी दल पीडीपी ने अपना समर्थन वापस ले लिया था। यही नहीं, पीडीपी के ६ मंत्रियों ने भी इस्तीफे दे दिए थे, जिन्हें राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया था।
जम्मू-कश्मीर की ८७ सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस के २२ और पीडीपी के १७ विधायक हैं। विश्वास का मत प्राप्त करने के लिए कांग्रेस को ४४ सदस्यों का आँकड़ा हासिल करना था, जो कि काफी दूर था। यही कारण है कि गुलाम नबी ने विश्वास का मत का सामना करने से पहले ही अपना इस्तीफा दे दिया।
अधिकांश सपने पूरे : आजाद ने विधानसभा से कहा कि वह इस्तीफा देने के लिए राजभवन जा रहे हैं। सदन में करीब डेढ़ घंटे के अपने भाषण को समाप्त करते हुए आजाद ने कहा कि अध्यक्ष की अनुमति से वह विश्वास मत प्रस्ताव को वापस ले रहे हैं।
सदन के अंतिम सत्र और वर्तमान सत्र के दौरान मृत छह पूर्व विधायकों को श्रद्धांजलि दिए जाने के तत्काल बाद विधानसभा अध्यक्ष ताराचंद ने आजाद को विश्वास मत प्रस्ताव पेश करने का कहा। आजाद ने प्रस्ताव पेश किया जिसका स्वास्थ्य मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पंडित मंगत राम शर्मा ने समर्थन किया।
आजाद ने प्रस्ताव पर कहा कि वह कुछ सपने को लेकर जम्मू-कश्मीर में आए थे जिनमें से अधिकांश पूरे हो चुके हैं और दो को अभी पूरा करना है। उन्होंने विपक्षी सदस्यों से कहा कि मैं जानता हूँ कि आपकी संवेदनाएँ कुछ कह रही है और आपकी पार्टी के व्हिप कुछ और। आप प्रस्ताव के समर्थन में मतदान करना चाहते हैं, लेकिन आपकी पार्टियों द्वारा जारी व्हिप में इसके विरोध में मतदान करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि इसलिए वे सदस्यों को ऐसी स्थिति में नहीं डालना चाहते जिससे वे दुविधा महसूस करें।
मुख्यमंत्री के इस्तीफे के बाद कांग्रेस ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि गुलाम नबी आजाद ने नैतिकता के आधार पर अपना इस्तीफा दिया है। जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की तैयारियाँ शुरू हो चुकी हैं। कांग्रेस ने इस पूरे घटनाक्रम के लिए राज्यपाल को दोषी ठहराया है। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को ७ जुलाई तक विश्वास मत हासिल करने का समय दिया था।
विधानसभा की दलीय स्थिति :
कांग्रेस २२
पीडीपी १७
पेंथर्स पार्टी ४
नेशनल कांन्फ्रेंस २३
सीपीआई २
जम्मू मुक्ति मोर्चा १
भाजपा १
अन्य १७

महाराष्ट्र: चिंकारा मामले में मंत्री धरमराव अत्राम का इस्तीफा

मुंबई-महाराष्ट्र के परिवहन और आदिवासी कल्याण मंत्री धरमरावबाबा अतरम ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन पर पुणे जिले के बारामती में लुप्त प्रजाति के चिंकारा को मारने का आरोप है।
सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सदस्य अतरम ने मुख्यमंत्री विलास राव देशमुख को सोमवार को अपना त्यागपत्र सौंप दिया। पुणे जिले की बारामती तहसील पार्टी प्रमुख शरद पवार का निर्वाचन क्षेत्र भी है। अतरम के त्यागपत्र के बाद पुणे और गढचिरौली स्थित उनके आवासों पर वन विभाग के अधिकारियों ने छापा मारा। अतरम के आवासों से चिंकारा के अधजले बाल और कुछ अन्य जानवरों की हड्डियां बरामद हुई। इलाके के ग्रामीणों को संदेह था कि लुप्त होते चिंकारा हिरण के शिकार में अतरम शामिल हैं।
वन विभाग के अधिकारियों ने वन्यजीव संरक्षण के तहत मामला दर्ज किया है और इस सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। छापे की कार्रवाई जारी है और मंत्री की कार को जब्त कर लिया गया है।

पुलिस नें मुठभेड़ में एक बदमाश को मार गिराया

मुजफ्फरनगर, ७ जुलाई-जिले के थाना छपार क्षेत्र के बदला बसेड़ा मार्ग पर पुलिस मुठभेड में एक बदमाश प्रताप उर्फ राजू मार गिराया गया जबकि उसके दो साथी फरार होने में सफल रहे।
पुलिस के अनुसार बीती रात सूचना मिली कि बदमाशों का एक गिरोह मार्ग पर लूट की तैयारी कर रहा है। जैसे ही पुलिस वहां पहुंची दोनों ने फायरिग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश प्रताप उर्फ राजू मारा गया। पुलिस को उसकी कई मामलों में तलाश थी। उसके पास से एक मोटर साइकिल पिस्तौल बरामद हुई है।

मुलायम सिंह ने कहा परमाणु करार देशहित में

जौनपुर, ( उ० प्र०) ७ जुलाई- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने परमाणु डील पर साफ तौर पर कहा है कि राष्ट्रहित के आगे अन्य मुद्दे व्यर्थ हैं। उन्होंने कहा कि इसी के मद्देनजर मैंने परमाणु करार के लिये संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार को समर्थन देने का निर्णय लिया है। सपा सुप्रीमो रविवार को नगर के एक होटल में आयोजित एक वैवाहिक समारोह में शामिल होने से पूर्व पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि करार को लेकर शुरू में मेरे मन में भी कुछ शंका थी। लेकिन पूर्व राष्ट्रपति डा। एपीजे अब्दुल कलाम से विस्तारपूर्वक वार्ता के बाद सभी शंकाएं समाप्त हो गयीं। पूरी तरह से संतुष्ट होने के बाद ही मैंने देशहित में संप्रग सरकार का साथ दिया है। उन्होंने तर्क देते हुये कहा कि आज देश को ऊर्जा की जरूरत है। पहले हमें रूस से पर्याप्त मात्रा में यूरेनियम मिल जाता था लेकिन अब वह रास्ता बंद हो गया है। उन्होंने कहा क्योंकि अन्य देश करार कर रहे है तो भारत एकला चलो की राह पकड़कर विकास से दूर हो जायेगा।
श्री यादव ने कहा कि साम्प्रदायिक ताकतों से सपा की लड़ाई अर्से से जारी है। इन शक्तियों को परास्त करने के लिये सपा के साथ मैं किसी भी हद तक जा सकता हूं। जब तक धर्मनिरपेक्ष ताकतें एक साथ नहीं होंगी, इनका सफाया नहीं किया जा सकेगा। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता द्वारा मुलायम को अवसरवादी कहे जाने पर उन्होंने कहा कि अवसरवादी कौन है, इसे पूरा देश जानता है। मुझे सफाई देने की जरूरत नहीं है। वे क्या कहते है, क्या करते है, इससे मुझे कुछ लेना-देना नहीं है।
यूएनपीए की टूट व उन्हे निकाले जाने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यूएनपीए से मुझे नहीं निकाला गया, बल्कि ओमप्रकाश चौटाला स्वयं बाहर चले गये है। आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन की बात पर कुछ भी कहने से उन्होंने इनकार कर दिया। वामदलों से संबंधित प्रश्नों पर भी वे नो कमेंट कहकर आगे बढ़ गये।
ज्ञात हो कि सपा सुप्रीमो पार्टी की पूर्व विधायक सावित्री देवी के पुत्र की शादी में भाग लेने जौनपुर आये थे। वार्ता के दौरान सपा के प्रदेश महासचिव ओमप्रकाश सिंह, सांसद पारसनाथ, तूफानी सरोज, विधायक शैलेन्द्र यादव ललई आदि भी उपस्थित थे।

पोयसर नदी के विस्तारीकरण से प्रभावित कई पीडितों को नहीं मिला मकान

मुंबई- मुंबई के उपनगर कांदिवली (प ) में पोयसर नदी के विस्तारीकरण के दौरान दो वर्ष पूर्व मई माह में सैकड़ों नदी के किनारे बसे लोगों के झोपडों को तोड़ दिया गया था । किंतु कुछ लोगों को मकान प्राप्त करने का पर्याप्त सबूत होते हुए भी अभी तक मकान नहीं दिया गया ।
यह कार्रवाई महाराष्ट्र शासन और मनपा प्रशासन महज चंद दिनों में नोटिस देने के बाद नदी के विस्तारीकरण हेतु उनके घरों को तोड़ दिया था तथा आनन-फानन में कुछ लोगों को मानखुर्द में शिवशाही प्रकल्प योजना के तहत बनाई गई इमारतों में पुनर्वासित कर दिया गया ।
लेकिन उस समय कई लोगों को मकान नहीं मिल पाया था और वे अभी भी पर्यायी जगह पाने की राह देख रहे है ।
कलक्टर और महानगर पालिका के अधिकारी बचे हुए लोगों को कुछ ही दिनों में मकान देने का आश्वासन दिया था उनके मकान से संबंधी कागद-पत्रों की छान-बीन करने के बाद भी मकान पाने के पात्र लोगों को अभी भी कार्यालयों का चक्कर लगवा रहे है ।
अधिकारीगण आज-कल करते करते दो वर्ष निकाल दिए तीसरी बरसात भी आ गयी अभी भी वे लोग किसी तरह से खुले असमान में जीवन जीने को मजबूर है ।

कांदिवली पश्चिम के लोग पी रहे है दूषित पानी

मुंबई, कांदिवली(प्) ७ जुलाई- मुंबई महानगर पालिका आर/दक्षिण विभाग के अंतर्गत आने वाली बस्ती ईरानी वाडी, संजय नगर, इंदिरा नगर, जनता कालोनी, लालजीपाड़ा आदि क्षेत्र में रहने वाले लोगों को इन दिनों पीने के दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है ।
शुरू के लगभग एक से डेढ़ घंटे तक मटमैला एवं बदबूदार पानी आ रहा है जिसके कारण यहाँ के लोगों में बिमारी फैलने की आशंका व्याप्त है । इस बात की शिकायत निवासियों नें मनपा आर/ दक्षिण विभाग के जल आपूर्ति अधिकारी एवं स्थानीय जन प्रतिनिधियों से किया है फ़िर भी समस्या ज्यो कि त्यों बनी हुई है और मनपा द्वारा की जा रही लापरवाही के कारण लोग दूषित पानी पीने के लिए मजबूर है ।

शिवसेना साखा प्रमुख द्वारा नोटबुक वितरित

मुंबई, (कांदिवली [प] ) ७ जुलाई- गणेश नगर स्थित शीतल हाल में शिवसेना शाखा क्रमांक २८ के शाखा प्रमुख संतोष राणे नें गरीब एवं जरूरत मंद विद्यार्थियों को म० न० पा० स्वास्थ्य समिती की अध्यक्ष सुभदा गुडेकर के हाथों से एक हजार नोटबुक वितरित किया ।
इसके आलावा ७५ प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभावान विद्यार्थियों का हौसला बढाने के लिए उन्हें सम्मान पत्र देकर पुरस्कृत किया गया । इस अवसर पर शिवसेना के नेता विजय भोसले, शाखा प्रमुख आशीष पाटिल, राजेंद्र हातिम, राजेंद्र निकम, हितेश अजानी, महिला साखाप्रमुख मंदाकिनी तावडे, तथा सुरेश गुरव के आलावा सैकडो महिला एवं पुरुष शिव सैनिक उपस्थित थे ।