Sep 21, 2008

भयंकर आत्मघाती विस्फोट के बाद ढह गया होटल मैरियट

इस्लामाबाद, २१ सितम्बर-पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में शनिवार को हुए भयंकर आत्मघाती विस्फोट का निशाना बना पांच सितारा होटल मैरियट आखिरकार ध्वस्त होकर ढह गया।
शनिवार रात रात विस्फोट के बाद होटल भंयकर आग की चपेट में आ गया। यह होटल घंटों धूं-धूं कर जलता रहा और आखिरकार सुबह यह ध्वस्त हो गया। सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि भवन ध्वस्त होने के बाद हताहतों के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है क्योंकि विस्फोट के बाद इसके मलबे में कई लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही थी।
सूत्रों ने बताया कि विस्फोट होने के बाद से ही अग्निशमनकर्मी आग को बुझाने की कोशिश में लगे थे।

बांग्लादेशी घुसपैठ देश के लिए गंभीर संकट

पटना, २१ सितम्बर- पूर्व केन्द्रीय कानून मंत्री डा. सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठ देश के लिए गंभीर संकट बन गया है। इस पर जल्द विजय प्राप्त नहीं किया गया तो देश टुकड़ों में बंट जायेगा। अगले पचास वर्षों तक यही स्थिति रही तो भारत हिन्दू बाहुल्य देश नहीं कर जायेगा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा शनिवार को भारतीय नृत्य कला मंदिर में दो दिवसीय अखिल भारतीय छात्र नेता सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए श्री स्वामी ने कहा कि १९७१ में देश में बांग्लादेशियों की संख्या एक लाख थी जो आज बढ़कर तीन करोड़ हो गयी है।
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कहा था कि बांग्लादेशी घुसपैठिये देश के लिए आर्थिक बोझ हैं उन्हें हर हाल में हटाना होगा। जबकि वोट बैंक के लिए रामविलास पासवान सरीखे कुछ नेता बांग्लादेशियों को नागरिकता देने की वकालत करते हैं। ऐसे नेताओं का विरोध होना चाहिये और उन्हें संसद में जाने से रोकना चाहिये। उन्होंने कहा कि जिनके पूर्वज हिन्दू थे उन्हें ही भारत में रहने का अधिकार है। आईएसआई भारत में जनसंख्या के ढांचा को बदलने की साजिश कर रहा है। पढ़े लिखे लोगों को आतंकवादी बनाया जा रहा है। आतंकवाद के कारण पांच लाख कश्मीरी पंडित देश में शरणार्थी की तरह रहने को मजबूर हैं।
डा. स्वामी ने कहा कि धर्म बदल जाने से संस्कृति नहीं बदल जाती है। इसलिए भारत में रहने वालों को देशभक्त बनना पड़ेगा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. रामनरेश सिंह ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठ राष्ट्रीय संकट बन गया है। ये आसाम से लेकर केरल तक बस गये हैं जो देश को तोड़ने की साजिश में लग गये हैं। बंग्लादेशी घुसपैठ सैनिकों से सीधा मुकाबला नहीं कर सकते हैं इसलिए अप्रत्यक्ष लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने केन्द्र से बांग्लादेशी घुसपैठ को राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय घोषित करने की मांग की। सम्मेलन में प्रेक्षागृह में मौजूद लोग रह- रहकर भारत माता की जय, बांग्लादेश के घुसपैठियों को भगाना हो आदि नारा लगा रहे थे। प्रो. रणवीर नंदन ने अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डा. विनोद राम, घुसपैठ आंदोलन के राष्ट्रीय संयोजक सुनील बंसल, डा. सी. पी. ठाकुर, गिरिराज सिंह आदि उपस्थित थे।