Jul 19, 2008

तीसरे मोर्चे की 'माया'

नई दिल्ली, २० जुलाई-तेलुगूदेशम पार्टी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने वामदलों के इस रूख का समर्थन किया कि उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री एवं बसपा प्रमुख मायावती प्रधानमंत्री पद के लिए उपयुक्त हैं।
भाकपा नेता एबी वर्धन ने टिप्पणी की थी कि मायावती प्रधानमंत्री पद की संभावित उम्मीदवार हैं। वर्धन की इस टिप्पणी पर सवाल किए जाने पर नायडू ने उलट सवाल किया कि वे प्रधानमंत्री क्यों नहीं बन सकतीं? तेदेपा नेता मायावती से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।
नायडू संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के विश्वासमत पर २१ और २२ जुलाई को लोकसभा के विशेष सत्र के लिए राजनीतिक रणनीति तय करने के लिए मायावती से विचार-विमर्श करने उनसे मिलने आए थे। दोनों नेताओं की बैठक करीब एक घंटे तक चली।

शिबू सोरेन नें यूपीए को समर्थन देने का एलान किया

नई दिल्ली। झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन ने रविवार को दस जनपथ पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर यूपीए सरकार को समर्थन देने पर अपनी मुहर लगा दी है।

दस जनपथ पर सोनिया के साथ हुई इस मुलाकात के दौरान सोरेन के साथ झारखंड के मुख्यमंत्री मधु कोड़ा तथा उपमुख्यमंत्री सुधीर महतो मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि पार्टी के लोकसभा में पांच सांसद हैं।

मुस्लिम उलेमाऒं ने `परमाणु करार' को जरूरी बताया

फैजाबाद १९ जुलाई- पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के ``विजन २०२०'' को पूरा करने के लिए परमाणु करार को जरूरी बताते हुए अयोध्या और फैजाबाद के उलमाऒं ने कहा है कि इस मसले पर वे समाजवादी पार्टी के रख का समर्थन करते हैं।
अयोध्या के पेश इमाम मौलाना जलाल अशरफ की अध्यक्षता में आज यहां हुई मुस्लिम बैठक में वक्ताऒं का स्पष्ट कहना था कि देश को अमरीका से कम साम्प्रदायिक और जातिवादी शक्तियों से ज्यादा खतरा है। बैठक में वक्ताऒं ने आरोप लगाया कि देश को धर्म निरपेक्षता, लोकतंत्र तथा संसदीय उयवस्था को जातिवादी तथा कट्टरपंथी दलों ने एक होकर खतरा पैदा कर दिया है । बैठक में सपा तथा मुलायम सिंह यादव का समर्थन करने का निर्णय लिया गया।
पूर्व राष्ट्रपति डा. कलाम के `विजन २०२०' को पूरा करने के लिए हो रहे एटमी करार के समर्थन में आयोजित मुस्लिम बैठक के संयोजक अब्दुल अजी खां तथा सह संयोजक हाजी असद अहमद, वसी हैदर गुड्डू, कैशर अंसारी थे।
बैठक में प्रस्ताव पारित करके बहुजन समाज पार्टी सरकार पर मुस्लिम विरोधी होने का आरोप लगाया गया।

बहुत ही खराब करार है. महाश्वेता देवी

नई दिल्ली, १९ जुलाई । बुद्धिजीवियों ने भारत अमरीका असैन्य परमाणु सहयोग समझौते की कडी आलोचना करते हुये इसे बहुत ही खराब करार बताया है ।
कोलिशन फ्रा न्यूक्लियर डिसार्मामेंट एंड पीस .सीएनडीपी. द्वारा आज यहां, भारत अमरीका परमाणु समझौता ``द डेंजरस डिसेप्शन'' विषय पर आयोजित परिचर्चा में भाग लेते हुए प्रसिद्ध लेखिका एवं सामाजिक कार्यकर्ता महाश्वेता देवी ने कहा कि सरकार को सौर ऊर्जा और जल विद्युत पर जोर देना चाहिए१ उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा सस्ती और दीर्घकालिक होने के साथ ही इसका मानव पर वपरिीत प्रभाव भी नहीं पडता है जल विद्युत परमाणु ऊर्जा की अपेक्षा सस्ती है।

कराची में है डेढ़ हजार साला पुराना पंचमुखी हनुमान जी का मंदिर

कराची, १९ पाकिस्तान के शहर कराची में कुछ ऐसे मंदिर हैं जिनका इतिहास काफी पुराना है। यहां स्थित पंचमुखी मंदिर करीब डेढ़ हजार साल पुराना है। यहां दर्शन के लिए सुबह से शाम तक भक्‍तों की भीड़ लगी रहती है।
इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि यहां पर खुद मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामचन्द्र भी आ चुके हैं। इसी मंदिर की एक विशेषता यह भी है कि यहां साईंबाबा की एक अनोखे पोशाक वाली मूर्ति भी है।
साईंबाबा की इस मूर्ति के बारे में लोगों कहना है कि इस मूर्ति से मांगने पर हर तरह की मुराद पूरी होती है। शायद इसीलिए यहां बाबा के मानने वालों में हिन्दुओं के अलावा मुसलमान और ईसाई सभी शामिल हैं।
इसी इलाके में रहने वाले बख्श अली साईंबाबा के इतने बड़े भक्त हैं कि उन्होंने अपना नाम संत बख्श रख लिया है। दरअसल बख्श अली के एक के बाद एक, कुल मिलाकर चार बच्चे पैदा होने के बाद मर गए और एक दिन उनके सपने में बाबा आए और उन्होंने बख्श को मंदिर में बुलाया।
बख्श ने मंदिर में जाकर साईंबाबा के दर्शन किए और उनसे अपने बच्चे की सलामती के लिए दुआ मांगी। बख्श की मुराद पूरी हो गई और उनका पांचवा बच्चा बच गया।
इसी तरह से साईंबाबा के दूसरे भक्त अजहर भी हैं। वे मंदिर में आकर अपनी मुराद मांगते हैं और बाबा इन्हें कभी मायूस नहीं करते। इसी के बाद से ये दोनों इस मंदिर की सेवा में जुट गए हैं।
इस मंदिर का महत्व और ऐतिहासिकता को जानने के लिए भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और जसवंत सिंह यहां दर्शन करने के लिए आ चुके हैं।

मध्यप्रदेश के उज्जैन में डायनासोर के जीवाश्म मिले

उज्जैन, १९ जुलाई- एक भारतीय खगोल वैज्ञानिक ने मध्यप्रदेश के उज्जैन में डायनासोर के जीवाश्म मिलने का दावा किया है। उज्जैन के वराहमिहिर वैज्ञानिक धरोहर एवं शोध संस्थान के वैज्ञानिक संजय केथवास ने इन जीवाश्म की खोज की है। जांच के लिए इसे देश की विभिन्न पुरातत्व एवं भूगर्भ प्रयोगशालाओं में भेजा गया है।
ये अवशेष उज्जैन से छह किमी दूर एक पहाड़ी पर मिले हैं। केथवास ने बताया कि लगभग छह करोड़ साल पहले पृथ्वी के दक्षिणी गोलार्ध का बड़ा हिस्सा गोंडवानालैंड कहलाता था। इसके अंतर्गत भारतीय उपमहाद्वीप के अलावा दक्षिणी अमेरिका, अंटार्कटिका, मेडागास्कर, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड आते थे। अनुमान है कि डायनसोर के प्राप्त जीवाश्म छह करोड़ साल पुराने हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि संस्थान के निदेशक प्रोफेसर गुप्ता ने माधव विज्ञान महाविद्यालय के प्रोफेसर एनके गर्ग एवं प्रोफेसर वीके गुप्ता सहित अन्य विशेषज्ञों की एक टीम बनाई।
इसके बाद पहाड़ी के आसपास के स्थान की विस्तृत जांच शुरू की गई। मालवांचल में इस प्रकार का जीवाश्म पहली बार मिला है। इससे पहले नर्मदा वैली में इंदौर के पास धार जिले में ऐसे अवशेष मिले थे। जांच में ये अवशेष भी छह करोड़ साल पुराने पाए गए थे। इस जगह से विशाल सरीसृप जंतुओं की अस्थियों का जखीरा मिला है। ये अवशेष प्राणिकी दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण एवं दुर्लभ है। वैज्ञानिकों को अब एक जीवाश्म ऐसा मिला है जिसकी लंबाई करीब ७० फीट और चौड़ाई १५ फीट बताई जा रही है ।

जमीर महाराष्ट्र के राज्यपाल का पदभार संभाला

मुंबई, १९ जुलाई । बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश स्वतंत्र कुमार ने शनिवार को राजभवन में आयोजित एक समारोह में एस. सी. जमीर को महाराष्ट्र के राज्यपाल के पद की शपथ दिलाई।
समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य मौजूद थे। इस मौके पर भारतीय नौसेना ने नए राज्यपाल जमीर का औपचारिक स्वागत करते हुए उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। समारोह में राज्यपाल और मुख्यमंत्री की पत्नी भी मौजूद थीं।

लेखन से कम होता है कैंसर का दर्द

न्यूयार्क, १९ जुलाई-अपनी भावनाएँ कागज पर उतारने वाले कैंसर रोगियों की न केवल पीड़ा कम होने लगती है, बल्कि उनकी हालत में भी सुधार होता है।
एक अध्ययन के मुताबिक चिकित्सा विज्ञान में इस तरह के लेखन को 'नैरेटिव मेडिसिन' कहा जाता है, जिसके जरिए गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों और उनके डॉक्टरों के बीच संवाद स्थापित होता है।
बोस्टन स्थित न्यू इंग्लैंड मेडिकल सेंटर के डॉ. सोलडाड सिपेडा की अगुआई वाली अनुसंधान टीम के मुताबिक इस तरह की लेखनी से रोगियों को खुद को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलती है।
टीम ने कैंसर पीड़ित २३४ रोगियों को तीन समूहों में बाँटकर पहले को नैरेटिव लेखन के लिए, दूसरे को पीड़ा के लक्षणों के बारे में प्रश्नों का उत्तर देने तथा तीसरे समूह को केवल चिकित्सीय देखभाल के लिए छोड़ दिया। इनमें करीब सभी मरीज कम से कम औसत स्तर की कैंसर पीड़ा से जूझ रहे थे।
पहले समूह को तीन सप्ताह तक प्रति हफ्ते अपने काम पर २० मिनट का समय देते हुए यह लिखने को कहा गया कि कैंसर से उनकी रोजमर्रा की जिंदगी पर क्या असर पड़ता है।
टीम ने पाया अपनी भावनाएँ कागज पर उतारने वाले मरीजों की पीड़ा अन्य रोगियों की तुलना में कम हुई है और उनकी हालत में भी दूसरों के मुकाबले तेजी से सुधार हो रहा है। इस तरह का असर उन मरीजों में नहीं देखने को मिला, जो अपेक्षाकृत कम भावुक थे।
अध्ययन से यह निष्कर्ष निकाला गया कि लेखनी के जरिए भावनाएँ व्यक्त करना मरीजों के लिए फायदेमंद है। हालाँकि शोध टीम ने कहा कि गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों को अपनी भावनाएँ व्यक्त करने में काफी परेशानी होती है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों को अपनी भावनाएँ व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करने से उनकी हालत में सुधार होता है या नहीं, इसे जानने के लिए इस दिशा में और अध्ययन की जरूरत है। यह पता लगाने की भी जरूरत है कि अपनी आपबीती जुबान से कहने वाले मरीजों की हालत में सुधार होता है या नहीं।

पतंगराव कदम को महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी

मुंबई, १९ जुलाई- महाराष्ट्र के राहत और पुनर्वसन मंत्री डाक्टर पतंगराव कदम को महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रभारी बनाया गया है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार प्रभाराव को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया जा रहा है इसलिए सुश्री राव ने कदम को कल कार्यभार सौंप दिया था।
मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से गुरूदास कामत के हटने के बाद आर.आर. सिंह को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।

स्त्री-पुरूष के अलग-अलग व्यवहार राज दिमाग में

लंदन, १९ जुलाई- पुरूषों और महिलाऒं द्वारा किया जाने वाला अलग-अलग व्यवहार हमेशा से वैज्ञानिकों के लिए चुनौती रहा है। मानव शरीर के तंत्रिका तंत्र संबंधी एक ताजा अध्ययन में बताया गया है कि पुरूषों और महिलाऒं के व्यवहार में अंतर की मुख्य वजह उनके मस्तिष्क के हिस्सों की संरचना भिन्न होना है। शोध में दोनों के मस्तिष्क में अलग-अलग आनुवांशिकीय चिह्न देखे गए। पुरूषों और महिलाऒं में लैंगिक असमानता के पीछे अक्सर सेक्स हार्मोन या सामाजिक स्थितियों को जिम्मेदार बताया जाता रहा है। लेकिन, नए शोध में इस अंतर के पीछे मस्तिष्क के खास तंत्र और रसायनों को जिम्मेदार बताया है जो उनमें संदेश प्रेषित करने का काम करते हैं। इसी को ध्यान में रखकर वैज्ञानिकों ने पुरूष और महिलाऒं के मस्तिष्क को दो अलग-अलग अंग करार दिया है।
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता तंत्रिका विज्ञानी लैरी काहिल दोनों के मस्तिष्क के आकार में अंतर बताते हैं। उनके अनुसार आकार में भिन्नता पुरूषों व महिलाऒं की क्रियाशीलता को भी प्रभावित करती है। हालांकि लंबे समय से मस्तिष्क के ही एक अंग हाइपोथेलेमस को पुरूष और महिलाऒं में व्यवहारगत अंतर के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा था। गौरतलब है कि हाइपोथेलेमस को भूख लगने, लड़ने, शरीर का ताप नियंत्रित रखने और यौन क्रिया के लिए जिम्मेदार माना जाता है।
लेकिन, हालिया शोध में पाया गया कि महिलाऒं के मस्तिष्क के कई हिस्सों का आकार पुरूषों की तुलना में अलग होता है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के शोधकर्ताऒं के मुताबिक पुरूषों की तुलना में महिलाऒं के मस्तिष्क के फ्रंटल लोब और लिम्बिक कारटेक्स हिस्से का आकार बड़ा होता है। उल्लेखनीय है कि फ्रंटल लोब निर्णय लेने व समस्या का समाधान करने और लिम्बिक कारटेक्स भावनाऒं को संचालित करने का केंद्र माने जाते हैं।

बसपा विधायक बलबीर सिंह किवाना के विरूध धोखाधड़ी का मामला दर्ज

मुजफ्फरनगर, १९ जुलाई-स्थानीय अदालत के आदेश पर कान्धला विधानसभा क्षेत्र के बसपा विधायक बलबीर सिंह किवाना समेत नौ लोगों के विरूध धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
विधायक पर आरोप है कि उन्होंने आठ अन्य लोगों के साथ मिलकर एक किसान की जमीन फर्जी तरीके से अपने नाम करा ली। अभियोजन सूत्रों के अनुसार कैराना की एक अदालत में ग्राम मारसी निवासी योगेन्द्र ने गत २६ जून २००८ को इस संबंध में याचिका दाखिल की थी।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार विधायक सहित नौ लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा ४२०/४६७/४६८/४७१ के तहत मामला दर्ज किया गया है।