Jul 21, 2008

एनडीए के १० सांसद सरकार बचायेगे

नई दिल्ली, २२ जुलाई- फैसले की घड़ी आ गई है और कुछ ही घंटों में पता चल जाएगा कि यूपीए सरकार बचेगी या जाएगी। वैसे सूत्रों के अनुसार, सत्ता पक्ष ने सरकार बचाने के लिए गणित का जुगाड़ कर लिया है।
सत्ता पक्ष के पाले में फिलहाल २६९ सांसद बताए जा रहे हैं और बताया जा रहा है कि इसके अलावा यूपीए के क्राइसिस मैनेजरों ने एनडीए के १० सांसदों को वोटिंग के दौरान गैरहाज़िर कराने का जुगाड़ कर लिया है। जबकि, तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी और मिजो नैशनल फ्रंट के सांसद पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि वे वोटिंग में भाग नहीं लेंगे।
यूपीए नेताओं के हवाले से कहा जा रहा है कि अकाली दल के तीन सांसद, बीजेपी के पांच सांसद और बीजेडी व जेडी (यू) के एक-दो सांसद गैरहाज़िर रह सकते हैं। एक बीजेपी सांसद मंगलवार सुबह सीने में दर्द की शिकायत करते हुए राममनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती हो गए हैं। डॉक्टरों के अनुसार उनके सीने में काफी तेज़ दर्द है।
सूत्रों के अनुसार हवा के बदले हुए रुख को देखते हुए भी कई सांसद पाला बदलने की तैयारी में हैं। उन्हें लगता है कि जीतने वाले खेमे में रहने से ज़्यादा फायदा है। सरकार का पलड़ा भारी होने की खबरों के बाद अजीत सिंह फिर से यूपीए से डील की कोशिश कर रहे हैं। आरएलडी के पास तीन सांसद है। अजीत सिंह ने पहले यूपीए सरकार से लखनऊ हवाई अड्डे का नाम अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के नाम पर रखवा लिया। मगर फिर मायावती से डील कर ली। मायावती ने अजित सिंह को यूपी में अच्छा पैकेज देने का भरोसा दिलाया था।
जेडी (एस) के देवगौड़ा के बारे में भी चर्चा है कि वह फिर से अपने कदम पर पुनर्विचार कर रहे हैं। बेटे कुमारस्वामी के दबाव की वजह से यूएनपीए के साथ चले गए थे। पहले शुक्रवार को वह प्रधानमंत्री से मिलकर उन्हें समर्थन का आश्वासन दे आए। कुमारस्वामी के कर्नाटक में बीजेपी से समझौते के समय देवगौड़ा ने बेटे से नाता तोड़ने की धमकी दी थी। सूत्रों के अनुसार अब फिर देवेगौड़ा को बेटे का फैसला गलत लग रहा है।

विजय मुस्कान लिए मनमोहन पहुंचे संसद

नई दिल्ली, २२ जुलाई- आत्मविश्वास से लबरेज दिख रहे और मुखमंडल पर मुस्कान लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मंगलवार को संसद भवन पहुंचे।
विजय का वी चिह्न प्रदर्शित करते हुए उन्होंने संकेत दिया कि संप्रग के पास लोकसभा में विश्वास मत जीतने के लिए पर्याप्त सांसदों का समर्थन है।
मनमोहन सिंह ने प्रतीक्षा कर रहे संवाददाताओं के सवालों पर ध्यान नहीं दिया और अपने कार्यालय में जाने से पहले केवल फोटोग्राफरों की तरफ हाथ हिलाया। सिंह ने सोमवार को सदन में विश्वास प्रस्ताव रखा था। संभावना व्यक्त की जा रही है कि प्रधानमंत्री सदन में चल रही बहस पर शाम को जवाब दे सकते हैं और इसके बाद विश्वास मत पर मतदान होगा।

बाबा विश्वनाथ के दर्शन को जुटे लाखों भक्त

वाराणसी, २१ जुलाई- सावन माह के शुरु होते ही काशी में बाबा विश्वनाथ के भक्तों का जमावडा लगने लगा है। पहले सोमवार को बाबा को जल चढ़ाने लाखों श्रद्धालु पहुंचे। बाबा के दर्शन के लिए सिर्फ छत्ताद्वार से ही प्रवेश होने के कारण श्रद्घालुओं की लम्बी कतार विश्वनाथ गली से कोतवालपुरा तक पहुंच गयी।
बोलबम व हर हर महादेव के नारे पूरे वातावरण में गूंजते रहे। भोले भण्डारी की एक झलक पाने को बेताब श्रद्धालु घंटों लाईन में खड़े रहे। वहीं पूरे शहर सहित रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों धर्मशालाओं व शिविरों में कांवरियों की भारी भीड़ रही।
बाबा विश्वनाथ के दर्शन व जलाभिषेक कर मनोवांछित फल पाने की कामना से यहां वैसे तो पूरे सावन भर तीर्थयात्री आते हैं लेकिन सोमवार को इनकी संख्या लाखों में हो जाती है । रविवार की शाम तक छत्ताद्वार से विश्वनाथ गली, ढुंढीराज गणेश व कोतवालपुरा का क्षेत्र शिवभक्तों से पट गया।
हर बार की तरह इस बार भी कई स्वयंसेवी संस्थाओं और स्थानीय लोगों ने दूरदराज से आये कांवरियों की सुविधा के लिए सेवा शिविर स्थापित कर उनके ठहरने, भोजन, दवा व भूले भटकों को मिलाने की खास व्यवस्था की है। चितरंजन पार्क में स्थापित शिविर में लगभग एक हजार कांवरियों के ठहरने की व्यवस्था की गयी है। कांवरियों को दोनों समय भोजन और दवा के साथ ही दशाश्वमेघ घाट से गोंदौलिया चौराहे तक लाउड स्पीकर के माध्यम से भूले भटकों को मिलाने की व्यवस्था की गयी है।
शिवभक्त तीर्थयात्री समिति के नाम से संचालित इस शिविर के सक्रिय संचालक नरसिंह दास ने बताया कि यह शिविर कांवरियों की सेवा में चौबीस घंटे तैयार रहेगा, जिसमें भोजन से लेकर दवा तक दिए जाएंगे। इसी प्रकार लक्सा स्थित सिंधी धर्मशाला में काशी विश्वनाथ सेवा समिति के तत्वाधान में लगे शिविर में भी कांवरियों को ठहरने, भोजन, लाकर, दवा व खोने आदि को लेकर सूचना प्रसारित करने तक की व्यवस्था की गयी है, जो पूरे सावन माह तक चलेगी।
जिला प्रशासन ने भी शिवभक्तों की सुरक्षा एवं सुविधा के लिये व्यापक इन्तजाम किया है। कांवरिया शिविरों में भी प्रशासन की ओर से सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के साथ ही मेटल डिटेक्टर द्वार लगाया गया है। विश्वनाथ मन्दिर परिसर से सम्बन्धित गलियों व बाहर के मुख्य मार्ग के चारों ओर सुरक्षा कर्मियों की नियमित तैनाती के अतिरिक्त भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी, अग्रिशमन दल, एंबुलेंस , बम डिस्पोजल दस्ता, डाग स्क्वायड आदि की भी तैनाती की गयी है।
इस संबंध में ज्ञानवापी सुरक्षा के पुलिस अधीक्षक ए.पी. सिंह ने बताया कि सावन के प्रथम सोमवार को बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिये आने वाली भारी भीड़ को ध्यान में रखकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए गये हैं।

उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर नौ दिनों से भारी वर्षा

लखनऊ, २१ जुलाई- उत्तर प्रदेश के ज्यादातर स्थानों में लगातार नौ दिन से हो रही मूसलाधार बरसात की वजह से जनजीवन बुरी तरह अस्तव्यस्त हो गया है। भारी बरसात की वजह से उफनाई राप्ती, शारदा, सरयू और घाघरा की बाढ़ व कटान से बस्ती, गोंडा और बाराबंकी समेत १३ जिलों में स्थिति गंभीर बनी हुई है।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार पिछले २४ घंटे में उस्का बाजार में २० सेमी, बागपत में १० सेमी, ककरही में आठ सेमी, मुखलिसपुर और बलरामपुर में छह-छह सेमी, बांसी और नरौरा में पांच-पांच सेमी, चिल्लाघाट व अयोध्या में चार-चार सेमी, बनी, तुर्तीपार भिन्गा, रिगौली में तीन-तीन सेमी तथा बर्डघाट चंद्रदीप घाटा और सीतापुर में दो-दो सेमी वर्षा हुई। अगले २४ घंटे में भी राज्य के सभी मंडलों के अनेक स्थानों पर सामान्य से भारी बारिश होने का अनुमान है।
आयोग के अनुसार घाघरा आज तुर्तीपार में खतरे के निशान पर बह रही थी और उसका जलस्तर घट रहा था जबकि अयोध्या और एल्गिनब्रिज में इसका जलस्तर लाल निशान से सात-सात सेमी नीचे था। इन दोनों स्थानों पर इसका जलस्तर बढ़ रहा है, कल सुबह तक खतरे के निशान पार हो जाने का अनुमान है। शारदा नदी आज सुबह पलियाकलां में लाल निशान से २८ सेमी ऊपर तथा शारदानगर में २४ सेमी नीचे बह रही थी। गंगा, यमुना, गोमती, केन, राप्ती, गंडक, कुआनो बूढ़ी, राप्ती और रामगंगा समेत सभी प्रमुख नदियों का जलस्तर राज्य में अपने जलप्रवाह मार्ग में सभी स्थानों पर एक बार फिर तेजी से बढ़ना शुरू हो गया है। इन नदियों का जलस्तर फिलहाल लाल निशान से काफी नीचे था।
संतकबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, महाराजगंज, देवरिया और कुशीनगर जिलों में हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त है। वहां की कुआनो आमी, राप्ती, बूढ़ी राप्ती, कूड़ा, गोरीगंडक, नारायणी आदि नदियों के फिर उफनाने से ३०० से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में हैं। वहां बारिश की वजह से सड़क, बिजली और दूरसंचार सेवाएं प्रभावित हुई हैं। निचले इलाकों में जबरदस्त जलभराव है। कई कच्चे मकान गिर गए हैं। बांधों की मरम्मत का काम अब तक पूरा न होने से इस इलाके के एक दर्जन बांधों में दरार पडने का खतरा बना हुआ है। बस्ती में जिला प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। बाढ़ और अतिवृष्टि से गोंडा जिले में हालात खराब हैं। घाघरा की कटान से करीब ५२ किलोमीटर लम्बे चरसडी-एल्गिन बांध में कई जगह रिसाव हो रहा है और खतरे को देखते हुए करीब ३०० परिवारों ने तटबंध पर शरण ले रखी है।
कटान रोकने के लिए युद्धस्तर पर काम चल रहा है। बाढ़ राहत एवं बचाव के काम में मदद के लिए पीएसी की कंपनी तैनात कर दी गई है और बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए नाव व मोटर लांचर लगाए गए हैं। लखीमपुर जिले की पलिया, धौरहरा, लखीमपुर और निघासन तहसीलों के कई गांवों के बाढ़ और कटान से प्रभावित होने के मद्देनजर प्रशासन ने पीएसी की कंपनी बाढ और राहत कार्य में सहायता के लिए बुला ली है।

अगाथा संगमा नें भी किया परमाणु करार का समर्थन

नयी दिल्ली, २१ जुलाई- लोकसभा में आज शपथ लेने वालीं सदन में सबसे कम उम्र की सांसद अगाथा संगमा ने कहा कि वह भारत-अमेरिका परमाणु करार के ब्यौरे से पूरी तरह अवगत नहीं हैं लेकिन इसके बावजूद वह करार का समर्थन करेंगी।
लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता पी ए संगमा की २७ वर्षीय पुत्री अगाथा संगमा ने ‘ एक न्यूज़ चैनल' से कहा कि मैं करार के घटकों के बारे में नहीं जानती लेकिन मैं शिद्दत से करार का समर्थन करती हूं।
इस बारे में पूछे जाने पर कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और अन्य युवा सांसद करार का समर्थन कर रहे हैं उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि राहुल संभवत: सही हैं। मैं भी करार का समर्थन करती हूं।

सरकार गिरने से परमाणु करार पर असर नहीं : अमरीका

वाशिंगटन, २१ जुलाई । संसद में २२ जुलाई को प्रस्तावित विश्वास मत से पहले आज अमरीका ने साफ कर दिया है कि परमाणु समझौते को हर हाल में पूरा किया जाएगा। अमरीका के सहायक विदेश सचिव रिचर्ड बाउचर के अनुसार, विश्वास मत के दौरान फैसला संप्रग सरकार के हक में जाता है अथवा विरोध में, इससे बुश प्रशासन को कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा, यदि सरकार विश्वास प्रस्ताव हार जाती है, तब भी करार का क्रियान्वयन किया जाएगा।
रिचर्ड बाउचर ने जोर देकर कहा, भारत में राजनीतिक बदलाव का परमाणु करार पर कोई असर नहीं पड़ेगा और अमरीका अल्पमत सरकार के साथ भी करार को लेकर आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि सभी अल्पमत सरकारें एक सी होती हैं और सरकार के गिरने के बावजूद करार को अधर में नहीं छोड़ा जाएगा।
लोकसभा में संप्रग सरकार के गिर जाने की स्थिति में करार के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए रिचर्ड ने कहा कि सरकार गिरे अथवा सत्ता में रहे, इससे परमाणु समझौते को कोई फर्क नहीं पड़ता। अमरीका भारत के किसी भी गठबंधन सरकार के साथ समझौते पर आगे बढ़ने को तैयार है। उन्होंने कहा कि अमरीका ने परमाणु करार भारत सरकार के साथ किया है। भारत में किसी भी पार्टी का शासन रहे, इससे करार पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

बलात्कार के मामले में नेता गिरफ्तार

ठाणे, २१ जुलाई- एक नाबालिग के साथ बलात्कार करने के मामले में फरार रहे चंद्रकांत दांडेकर और सुनंदा जोशी धारीया को पालघर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार चंद्रकांत दांडेकर एनसीपी का स्थानीय लीडर है और सुनंदा पीड़ित नाबलिग की मौसी बताई गई है।
गत मई माह में पालघर पुलिस स्टेशन में नाबालिग पर चंद्रकांत दांडेकर (५५) द्वारा किए जा रहे अत्याचार के खिलाफ उसे रिश्तेदारों ने मामला दर्ज कराया था। सूत्रों के मुताबिक चंद्रकांत दांडेकर अपने रुतबे के चलते नवम्बर २००४ से ही नाबालिग के साथ बलात्कार करता आ रहा था। दांडेकर के इस काम में नाबालिग की मौसी उसकी मदद करती थी। मई माह में पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज होने के बाद से दोनों फरार हो गये थे। तत्पश्चात फरार दोनों ने पालघर कोर्ट से अंतरिम जमानत प्राप्त की थी। १९ जुलाई को जमानत अवधि समाप्त होते ही पुलिस ने दोनों को धर दबोचा। पालघर न्यायालय ने दोनों को २८ जुलाई तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया है।

पवार की सोच पैसे पर ही केंद्रित है। : राज ठाकरे

पुणे, २१ जुलाई- निजी शैक्षणिक संस्थानों में परप्रांतियों, खासकर उत्तर भारतीयों को कथित रूप से प्राथमिकता देने के खिलाफ जारी अभियान के तहत महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे ने केंद्रीय कृषि मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी सोच पैसे पर ही केंद्रित है।
पवार ने कल राज ठाकरे को सलाह दी थी कि शैक्षणिक संस्थानों में तोड़फोड़ करने वाले ये न भूलें कि ये हजारों छात्र फीस, भोजन, निवास और अन्य जरूरतों पर लाखों रुपए खर्च करते हैं, उससे स्थानीय विकास ही होता है।
ठाकरे ने पवार की आलोचना करते हुए कहा कि वे पुणे के इन ‘छोटे-मोटे’ मामलों में पड़ने के बजाय अपनी सरकार बचाने की फिक्र करें।
इस वर्ष फरवरी से महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों के खिलाफ मनसे ने अभियान छेड़ा है और हाल में पार्टी ने उन शैक्षणिक संस्थानों को निशाना बनाया है जो कथित रूप से मराठी भाषी और स्थानीय छात्रों की उपेक्षा करते हैं और परप्रांतीय छात्रों को प्राथमिकता देते हैं।
राज ने आरोप लगाया कि शिक्षा को व्यवसाय बना दिया गया है और निजी शिक्षण संस्थानों को प्रवेश सूचियां जारी करने की चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि मराठी भाषी और स्थानीय छात्रों की कीमत पर उत्तर भारतीय छात्रों को प्राथमिकता देने वाले शैक्षणिक संस्थानों के खिलाफ उनका अभियान जारी रहेगा।

लोन फैक्ट्री शुरू करेगी बैंक ऑफ बड़ौदा

मेरठ, २१ जुलाई- बैंक ऑफ बड़ौदा अपने ग्राहकों को ऋण उत्पादों की बेहतर सेवा प्रदान करने के लिए मेरठ में 'लोन फैक्ट्री' शुरू करेगी। 'लोन फैक्ट्री' बैंक का रिटेल बुटीक जैसा होगा। जिसमें बैंक के तमाम ऋण उत्पाद ग्राहकों को उपलब्ध होंगे। जिले की सभी शाखाओं में आने वाले ऋण आवेदनों को लोन फैक्ट्री में ही निस्तारित किया जाएगा। इस फैक्ट्री यानि बुटीक में बैंक सिर्फ एडवांस देने का ही काम करेगी।
स्थापना के १०१ वें वर्ष में ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के क्रम में बैंक सभी महानगरों में इस तरह की लोन फैक्ट्री शुरू करने जा रही है। उन शहरों की सूची में बैंक ने मेरठ को भी शामिल किया है। बैंक लोन फैक्ट्री के नाम से जानी जाने वाली शाखा में ग्राहकों को एजूकेशन, हाऊसिंग, एमएसएमई, आटो तथा रिटेल लोन आदि प्रदान करेगी।

'अर सिख हूं...रन में तब जूझ मरूं' : मनमोहन सिंह

नई दिल्ली, २१ जुलाई-परमाणु करार मुद्दे पर वामदलों के समर्थन वापसी के बाद विश्वास प्रस्ताव पेश करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नौवें सिख गुरु गोविन्द सिंह की वाणी का हवाला देकर कर कहा कि वह एक सिख हैं जो रण छोड़ने की बजाय लड़कर मरने का वरदान चाहता है।
१४ वीं लोकसभा के १४ वें सत्र में एक पंक्ति का विश्वास प्रस्ताव पेश करने के बाद अपने संक्षिप्त संबोधन का समापन प्रधानमंत्री ने गोविन्द सिंह की इन पंक्तियों से किया....
'देहु शिवा वरमोहे शुभ करमन तें कबहुं न टरूं।
न डरूं अरौं जब जाए लडूं निश्चय कर अपनी जीत करूं।।
अर सिख हूं अपने ही मन सौं इहि लालच हों गुन तौं उचरौं।
जब आव की औंध निधान बनौ अत हि रन में तब जूझ मरूं।।'
प्रधानमंत्री द्वारा विश्वास प्रस्ताव पेश करते वक्त गुरूवाणी के जरिये खुद को सिख बताने के राजनीतिक निहितार्थ निकाले जा रहे हैं और इसे देश के पहले सिख प्रधानमंत्री की सरकार के खिलाफ मतदान करने के मुद्दे पर अकाली दल में कथित मतभेद से जोड़कर देखा जा रहा है।

सरकार ने हमारा विश्वास तोडा : मोहम्मद सलीम

नयी दिल्ली, २१ जुलाई-सरकार पर विश्वास तोड़ने का आरोप लगाते हुए मार्र्क्सवादी कमयुनिस्ट पार्टी ने आज कहा कि वामदलों ने न्यूनतम साझा कार्यक्रम के आधार पर संप्रग को समर्थन दिया था और साझा कार्यक्रम यह नहीं था कि अमेरिका के साथ साझोदारी की जाये।
माकपा नेता मोहम्मद सलीम ने आज लोकसभा में संप्रग सरकार द्वारा पेश विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि वामदलों ने शुरू से भारत अमेरिकी परमाणु करार का विरोध किया है और शुरू में ही कहा था कि यह डील हमें गवारा नहीं। उन्होंने कहा कि वामदलों ने न्यूनतम साझाा कार्यक्रम के आधार पर संप्रग को समर्थन दिया था। उन्होंने कहा कि साझा कार्यक्रम यह नहीं था कि अमेरिका के साथ साझेदारी की जाये।सलीम ने सरकार पर इस करार को लेकर जल्दबाजी करने और गोपनीयता बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसने मंहगाई सच्चर समिति की सिफारिशों को लागू करने और असंगठित मजदूरों जैसे न्यूनतम साझा कार्यक्रम के सवालों पर तेजी नहीं दिखाई जितनी उसने करार को लेकर दिखाई।
माकपा नेता ने सरकार पर राजनीतिक विरोध से निपटने के लिए केन्द्रीय जांच ब्यूरो का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने यह भी ेहा कि सरकार बचाने के लिए होल सेल के साथ साथ कुछ रिटेल डील की जा रही है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या यह सब राष्ट्रीय हित के लिए किया जा रहा है। यह पूरा देश देख रहा है।

सोमनाथ दा और ममता दीदी नें दी सरकार को राहत

नई दिल्ली, २१ जुलाई- परमाणु करार पर चल रहे राजनीतिक संघर्ष का अंतिम दौर आ पहुंचा है, जब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह लोकसभा में विश्वास मत के लिए एक लाइन का प्रस्ताव पेश करने जा रहे हैं। आज इस पर चर्चा के बाद मत विभाजन होगा। इस बीच आंकड़ों का खेल जारी है और २७१ के जादुई अंक को छूने की जद्दोजहद भी । सरकार के पाले में सब मिलाकर २६६ सांसद जुटे हैं जबकि विपक्ष के पास २६९ सांसदों की सूचना है, लेकिन अंतिम फैसला स्पीकर सोमनाथ चटर्जी और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी के वोट पर निर्भर करेगा जिन्होंने मत विभाजन में भाग नहीं लेने की घोषणा की है। मत विभाजन के दौरान दोनों ही पक्षों में जबर्दस्त तोड़फोड़ की संभावना है।
यूपीए को झारखंड मुत्ति मोर्चा और नेशनल कांफ्रेंस के समर्थन से थोड़ी राहत अवश्य मिली, लेकिन दो सांसदों की बगावत ने कांग्रेस के होश उड़ा दिए हैं। यही हाल विपक्षी भाजपा का है, जहां बृजभूषण सिंह के सपा में चले जाने के बाद बाकी बचे सांसदों में से भी कुछ के अनुपस्थित रहने की संभावना है। सपा में से मुनव्वर, जयप्रकाश, राजनारायण और एस।पी.बघेल के बाद एक और सांसद राधेश्याम कोली के डांवाडोल होने की खबरें भी मिल रही हैं। राजग में भी सेंध लगी है। जद (यू) के रामस्वरूप और पी.पी.कोया यूपीए के समर्थन में आ गए हैं। शिवसेना के तुकाराम गणपतराव भी बागी हुए हैं। ऐसे में सरकार को दलबदलुओं के सहारे नैया पारी करनी होगी। इस बीच पर्दे के पीछे सट्टेबाजों और जासूसों का भी खेल जारी है। सरकार के बचने और रहने पर अरबों का सट्टा लगा है वहीं सट्टेबाजों ने कुछ सांसदों से भी सम्‍पर्क साध कर ५० करोड़ तक का ऑफर दिया है।
इससे पूर्व आज संसद पहुंचने पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने संवाददाताओं के सामने विजय का निशान बनाते हुए कहा कि हम जीतेंगे। राजनाथ सिंह ने कहा कि कल का दिन इस सरकार का अंतिम दिन है।

लालू यादव का दावा 291 से अधिक सांसद सरकार के पक्ष में

नई दिल्ली, २१ जुलाई- केंद्र की संप्रग सरकार के मुख्य घटक राष्ट्रीय जनता दल ने दावा किया है कि सरकार के समर्थन में २९१ सांसद हैं और सरकार लोकसभा में विश्वास मत हासिल करेगी।
केंद्रीय रेलमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने संसद के बाहर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि हमारे सदस्यों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार का समर्थन करने वाले सांसदों की संख्या अब २९१ के आंकड़े को पार कर गई है। लोकसभा में हम बड़ी विजय हासिल करने जा रहे हैं।
अमेरिका के साथ परमाणु करार का जबरदस्त बचाव करते हुए लालू प्रसाद ने अपने निराले अंदाज में कहा कि दुनिया के लोग आज चांद पर भूमि खरीद रहे हैं और अभी तक अलग-थलग पड़े भारत को अब मान्यता मिल सकती है, जिसे इसे जरूरत थी। लालू ने कहा कि हमारा विश्वास मत देश का विश्वास है। जनता परमाणु करार के पक्ष में है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार सदन में विश्वास मत जीतेगी।