Sep 23, 2008

भारत स्वदेशी यात्री विमान का निर्माण स्वयं करेगा !

नयी दिल्ली, २४ सितम्बर- विकसित देशों की कतार में खडा होने के लिए बड़ा कदम उठाते हुए भारत ने आज अपना खुद का यात्री परिवहन विमान बनाने की घोषणा कर दी। रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना का एलान करते हुए कहा कि भारत अपना यात्री विमान बनाने का सपना जल्दी ही साकार कर लेगा।
श्री एंटनी ने इस परियोजना की शुरुआत की घोषणा मेजों की थपथपाहट के बीच हिन्दुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड और नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेट्री के प्रतिनिधियों की बैठक में की। रक्षा प्रवक्ता ने संवाददाताओं को बताया कि भारत का अपना विमान छह साल के भीतर आकाश में उडान भरने लगेगा।
श्री एंटनी ने भारतीय क्षेत्रीय परिवहन विमान परियोजना को मील का पत्थर बताते हुए कहा “यह भी हैरत की बात है कि भारत जल्दी अपना मिशन चंद्रमा पर भेज रहा है लेकिन हमने अभी तक अपना विमान विकसित नहीं किया।” करीब चार हजार करोड़ रूपये की इस योजना का स्वागत करते हुए श्री एंटनी ने कहा कि भारत के पास क्षमता है और वह इसे साबित कर देगा। एचएएल और एनएएल ने ७० से ११० सीटों की क्षमता वाले इस विमान को विश्व स्तरीय मानकों पर खरा बनाने का संकल्प व्यक्त किया है।
तीन हजार किलोमीटर तक उडान भरने में सक्षम अपने इस विमान के जरिये भारत विश्व की नामी कम्पनियों जैसे एम्ब्रियर, बोम्बार्डियर, मित्शुबिशी, एविक सुखोई को मुकाबला देगा।
परियोजना की पहली बैठक में रक्षा सचिव विजय सिंह, (उत्पादन), प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव टी के नायर, सचिव प्रदीप कुमार, हिंदुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड के अध्यक्ष अशोक बवेजा, एनएएल के अध्यक्ष ए आर उपाध्याय, अंतरिक्ष आयोग के अध्यक्ष माधवन नायर भारतीय विज्ञान एवं अनुसंधान विकास परिषद के महानिदेशक समीर ब्रह्मचारी मौजूद थे।
रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि भारत को अगले पंद्रह साल में करीब बारह से अधिक विमानों की जरूरत होगी और इसके लिए देश में ही सस्ता. टिकाऊ कम रखरखाव खर्च वाला विमान चाहिये था। यह जरूरत देश ने खुद ही पूरी करने का निर्णय लिया है।

बचें, सिगरेट पीने वाले के संपर्क में आने से !

न्यूयार्क, २३ सितम्बर- धूम्रपान करना खुद के साथ ही संपर्क में आने वाले अन्य लोगों की सेहत के लिहाज से भी खतरनाक है। हालिया शोध में कहा गया है कि किसी अन्य के द्वारा छोड़े गए सिगरेट के धुएं के संपर्क में आने यानी 'सैकेंड हैंड स्मोक' से भी सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। इससे महिलाओं में 'पैरीफ्रल आर्टियल डिजीज' [पैर की धमनियों की बीमारी] होने का खतरा बढ़ जाता है। इस रोग के घातक होने पर पैर काटने तक की नौबत आ सकती है।
इससे पहले किए गए अन्य शोध में धूम्रपान से हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ने की बात कही जा चुकी है। ताजा अध्ययन चीन की महिलाओं पर किया गया। प्रमुख शोधकर्ता बीजिंग के डा. याओ ही कहते हैं कि महिलाओं की तुलना में पुरुष धूम्रपान ज्यादा करते हैं लेकिन इसके दुष्परिणाम महिलाओं को ज्यादा भुगतने पड़ते हैं।
इस अध्ययन में ६० साल या उससे ज्यादा उम्र की १२०९ ऐसी महिलाओं को शामिल किया गया जिन्होंने कभी धूम्रपान नहीं किया था। इनमें से ४७७ महिलाओं ने घर या आफिस में सैकेंड हैंड स्मोक की बात स्वीकारी। शोधकर्ताओं के अनुसार सैकेंड हैंड स्मोक की वजह से महिलाओं में पैरीफ्रल आर्टियल डिजीज का खतरा ६७ फीसदी तक बढ़ा पाया गया। यही नहीं, उनमें हृदय रोग का ६९ फीसदी और स्ट्रोक का खतरा ५६ फीसदी तक अधिक पाया गया।

आतंकवाद के खिलाफ लडाई में डा. कलाम नेतृत्व प्रदान करें..आडवाणी

नयी दिल्ली, २३ सितंबर- लोकसभा में विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी ने पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम से आग्रह किया है कि आतंकवाद के खिलाफ देश में आम राय बनाने के लिए भारतवासियों को नेतृत्व प्रदान करे । डा. कलाम को लिखे गये एक पत्र में श्री आडवाणी ने कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए वोटों की संकीर्ण राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्रीय मतैक्य बनाये जाने की जररत है । उन्होंने कहा कि डा. कलाम एक प्रमुख हस्ती है जो आतंकवाद की समस्या और इसके समाधान के बारे में संजीदगी से राष्ट्रीय बहस छेड सकते है । इससे आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए सख्त कानून बनाने सहित अन्य उपायों पर आम राय बन सकती है ।
उन्होंने डा. कलाम को भरोसा दिलाया है कि आतंकवाद के बारे में उनकी किसी भी पहल का भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन पूरी तरह समर्थन करेगा । उन्होंने खेद व्यक्त किया कि देश में राजनीतिज्ञों का एक वर्ग देश की सुरक्षा और अखंडता पर खतरा बने आतंकवाद को नजर अंदाज कर रहा है ।
उल्लेखनीय है कि डा. कलाम ने पिछले दिनों देशवासियों से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का का आहवान किया था । श्री आडवाणी ने डा. कलाम के इस कथन का स्वागत करते हुये उन्हें यह पत्र भेजा है ।