Jul 15, 2008

केतन पारेख को नहीं मिली कोर्ट से राहत

नई दिल्ली, १५ जुलाई- सुप्रीमकोर्ट ने माधवपुरा बैंक घोटाले में प्रमुख आरोपी केतन पारेख को जमानत की शर्त के तहत २६ करोड़ रुपये की किस्त राशि जमा करने के लिए और मोहलत देने से इनकार कर दिया।
न्यायमूर्ति अशोक भान की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने २६ करोड़ रुपये जमा करने की अवधि आगे बढ़ाने की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया। यह राशि एक मई को देय थी। इस तरह से पारेख को दी गई जमानत निरस्त मानी जाएगी।
न्यायालय ने पारेख को पिछले वर्ष जुलाई में इस शर्त पर जमानत दी थी कि वह किस्तों में ३९६ करोड़ रुपये जमा करेगा। वर्ष १९९२ के ८८८ करोड़ रुपये के माधवपुरा मर्केटाइल कोआपरेटिव बैंक घोटाले में प्रमुख आरोपी पारेख अब तक करीब ३७० करोड़ रुपये का भुगतान कर चुका है।

ब्लूलाईन बस नें इंजीनियर को कुचला

नई दिल्ली, १५ जुलाई-ब्लूलाइन की एक बेलगाम बस ने सोमवार शाम कृषि भवन के मेन गेट के सामने अजय पांडेय नामक इंजीनियर को रौंद दिया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। अजय गोरखपुर का रहने वाला था। हादसे के बाद बस चालक फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने पीछा कर उसे दबोच लिया। पुलिस ने बस जब्त कर लिया है। ज्ञात हो कि रविवार को भी ब्लूलाइन बस ने आईटीओ पुल पर एक व्यवसायी की जान ले ली थी। इस वर्ष ब्लूलाइन बस से तीन दर्जन लोगों की जान जा चुकी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अजय पांडेय एक निजी कंपनी में सर्विस इंजीनियर था। वह दिल्ली में अपने भाई के साथ रहता था। सोमवार की शाम अजय को कृषि भवन स्थित स्टॉप से बस पकड़नी थी। शाम करीब सवा छह बजे वह बस स्टॉप पर आने के लिए प्रेस क्लब की ओर से सड़क पार कर रहा था कि उसी दौरान वहां से टाटा इंडिका तेजगति से गुजरी जिससे वह रुक गया। इतने में ही काफी तेजगति से आ रही अंबेडकर नगर से पालम के बीच चलने वाली रूट संख्या-७७० की ब्लूलाइन बस ने उसे रौंद दिया।
दुर्घटना के बाद बस में बैठी सवारी व आसपास के लोग चिल्लाते रहे लेकिन बेरहम चालक ने बस नहीं रोकी और वह गाड़ी भगाता रहा। लेकिन पुलिस टीम बस का पीछा करने लगी। साथ ही वायरलेस पर इसकी सूचना फ्लैश कर दी गई जिससे बस को चाणक्यपुरी इलाके में तीन मूर्ति के पास रोक लिया गया। पुलिस ने बस को जब्त कर उसे चला रहे धर्मपाल को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि इस बस का वास्तविक चालक पालम गांव का रहने वाला बनी सिंह है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए राममनोहर लोहिया अस्पताल भिजवाया। दुर्घटना के बाद मौके पर काफी संख्या में लोग जमा हो गए जिससे यहां लंबा जाम लग गया। करीब एक घंटे बाद यातायात सुचारु किया जा सका।

'रामचंद पाकिस्तानी' भारत में भी रिलीज़ होगी

ये फ़िल्म एक लड़के के जीवन की सच्ची कहानी पर आधारित है जिसमें वो ग़लती से भटकते हुए भारतीय सीमा में आ जाता है। ये पहला मौक़ा है जब कोई फ़िल्म भारत और पाकिस्तान में एक ही दिन एक साथ प्रदर्शित की जा रही है। इस फ़िल्म को आलोचकों ने भी खूब सराहा है ।
भारत और पाकिस्तान दोनों की संस्कृतियाँ समान होने के बाद भी, तीन युद्धों और राजनीतिक दुश्मनी ने दोनों मुल्कों के आम आदमी को एक दूसरे से बेहद दूर कर दिया है ।
पिछले दिनों एक और पाकिस्तानी फ़िल्म 'ख़ुदा के लिए' भी भारत में प्रदर्शित की गई थी जिसने काफ़ी वाहवाही बटोरी थी। लेकिन ये फ़िल्म दोनों देशों में एक साथ रिलीज़ नहीं हुई थी। और यही वजह है 'रामचंद पाकिस्तानी' के खास होने की क्योंकि ये सरहद की दोनों तरफ एक साथ एक ही दिन प्रदर्शित की जाएगी ।
इस फ़िल्म में मशहूर अभिनेत्री नंदिता दास मुख्य भूमिका में हैं। कई क्षेत्रीय और बॉलीवुड फ़िल्मों में काम कर चुकीं नंदिता ने ब्रिटिश न्यूज़ एजेंसी बीबीसी को बताया कि उन्हें पाकिस्तान में काम करके अच्छा लगा ।
नंदिता का कहना है कि ये फ़िल्म भारतीय लोगों को पाकिस्तान के बारे में और ज़्यादा जानने में काफ़ी मददगार साबित होगी। उनका कहना था, "पाकिस्तान के लोग तो बॉलीवुड के ज़रिए भारत के बारे में बहुत कुछ जानते हैं लेकिन हम उनके बारे में ज़्यादा नहीं जानते."
'रामचंद पाकिस्तानी' में एक आठ साल के बच्चे और उसके माता-पिता का चित्रण किया गया है। ये आठ साल का बच्चा ग़लती से सरहद पार करके भारतीय सीमा में आ जाता है और उसे जेल में डाल दिया जाता है ।
इस फ़िल्म के निर्माता हैं जावेद जब्बार जो कि पाकिस्तान के कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं। जावेद जब्बार ने बताया कि रामचंद पाकिस्तानी कोई राजनीतिक फ़िल्म नहीं है बल्कि इसमें एक बच्चे और उसके मां-बाप का चित्रण किया गया है ।

माशूका के साथ मिलकर पत्नी की हत्या करनेवाला गिरफ्तार

मुंबई, १५ जुलाई-मुम्बई क्राइम ब्रांच ने उस शख्स को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है, जिसने अपनी माशूका के साथ मिलकर अपनी पत्नी का मर्डर कर दिया था। रुकसाना नाम की माशूका से हेमंत जैन ने मुम्बई में इश्क किया था। दोनों को इंस्पेक्टर मिलिंद खेतले ने दिल्ली पुलिस की मदद से रविवार को पकड़ा। मृतक महिला का नाम सुरैया उर्फ सरला केशवानी है।
क्राइम ब्रांच सूत्रों के अनुसार करीब छह महीने पहले हेमंत जैन और सरला केशवानी मालवणी में शिफ्ट हुए थे। यहां जैन ने रूकसाना को घर के काम के लिए रखा। इसी में जैन को रूकसाना से इश्क हो गया और उसने शादी का फैसला किया। पर चूंकि सरला केशवानी जैन के इरादों में आड़े आ रही थी, इसलिए जैन ने रूकसाना के साथ मिलकर सरला को खत्म करने की ठानी। वह २१ जून को सरला को हैदराबाद ले गया और रूकसाना के साथ मिलकर उसका कत्ल कर दिया।

वहशी दरिदे द्वारा किया गया ढाई साल के बच्ची के साथ दुष्कर्म

पटियाला / समाना, १५ जुलाई-यहां रविवार रात्रि घटित एक अत्यंत शर्मनाक घटना में स्थानीय पातड़ा रोड के किनारे स्थित बुढ्डा दल पब्लिक स्कूल के समीप झुग्गी झोपड़ी में रहते एक मजदूर की ढाई वर्षीय बच्ची के साथ किसी वहशी दरिदे द्वारा दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। मासूम बच्ची को सोमवार सुबह गंभीर हालत में शहर के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया, यहा के डाक्टरों ने उसकी हालत को देखते हुए उसे पटियाला के राजिंदरा अस्पताल रेफर कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार गत रात्रि मजदूर मोहिंद्र अपने परिवार के साथ अपनी झोपड़ी में सोया था। लगभग मध्य रात्रि के समय जब अचानक मोहिंद्र की आख खुली, तो उसने देखा कि उसकी ढाई वर्षीय बच्ची आरजू अपने बिस्तर पर नहीं थी। उसने जब इधर-उधर देखा तो उसे बच्ची कहीं नजर नहीं आई। इसके बाद उसने अपने परिवार वालों को जगा लिया। फिर पूरे परिवार ने बच्ची की तलाश शुरू कर दी। इस दौरान उन्हे अपनी झोपड़ी से कुछ दूरी पर स्थित सरकारी विश्राम घर के पीछे से झाड़ियों में बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी। जब उन्होंने वहा जाकर देखा, तो बच्ची खून से बुरी तरह लथपथ थी और जोर-जोर से रो रही थी, उसे वह तुरत शहर के सिविल अस्पताल ले आए।
यहा के डाक्टरों ने बच्ची के साथ दुष्कर्म होने की पुष्टि करते हुए उसे प्राथमिक उपचार देने के उपरांत पटियाला के राजिंदरा अस्पताल भेज दिया। इस संबंधी सिटी पुलिस से जब मामला दर्ज करने संबंधी पूछा गया, तो जवाब मिला कि लड़की के पिता ने शिकायत दर्ज करवाने से इनकार कर दिया है।

यूपीए कर रही है लोकसभा भंग कराने पर भी विचार

नई दिल्ली, १५ जुलाई- जैसे-जैसे विश्वासमत की तारीख नजदीक आती जा रही है, सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। छोटे दलों की सौदेबाजी और झामुमो की बेरूखी से सरकार की राह आसान नहीं लग रही है। ऐसे में यूपीए के रणनीतिकार सदन का सामना किए बिना लोकसभा भंग करने के विकल्प पर भी गंभीरतापूर्वक विचार कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार जद (एस), टीआरएस और रालोद जैसे छोटे दलों की समर्थन के बदले सौदेबाजी से यूपीए के रणनीतिकार आशंकित हैं। टीआरएस व जद (एस) नेताओं के वामपंथी नेताओं के संपर्क में होने, भाजपा और रालोद के बीच चल रही बातचीत और नेशनल कांफ्रेंस की डांवाडोल स्थिति के बाद यूपीए की नैया पार लगती नहीं दिख रही है।
जद (एस) के तीन, टीआरएस के तीन, रालोद के तीन, झामुमो के पांच, नेशनल कांफ्रेंस के दो तथा तीन निर्दलीयों को मिलाकर आंकड़ा बैठता है १९ का। ये १९ सांसद जिसके पक्ष में चले जाएंगे, उसकी जीत हो जाएगी। फिलहाल इन १९ का रूख अभी साफ नहीं है। यूपीए के रणनीतिकार इनको लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं।
इतना ही नहीं सपा में भी करार के विरोध को लेकर सदस्यों की संख्या पर यूपीए में भ्रम बना हुआ है। सरकार के विदेश राज्यमंत्री और आईयूएमएल के नेता ई. अहमद करार के कुछ बिंदुओं पर ऐतराज कर चुके हैं। भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई समर्थन पर ना-नुकुर कर रहे हैं। ये बातें भी रणनीतिकारों के लिए चिंता का सबब बनी हुई हैं। दरअसल इस पूरे प्रकरण में वामपंथी दल मुख्य विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं। सरकार को गिराने को लेकर वामपंथी दलों की आतुरता भाजपा से कहीं ज्यादा है। ऐसे में भाजपा ने भी यदि खुलकर विरोध कर दिया तो विश्वासमत का आंकड़ा छूना सरकार के लिए मुश्किल होगा। इन्हीं सब पर विचार के लिए कांग्रेस नेताओं की आज कई दौर की बैठकें हुईं। इसमें गंभीरता से विचार किया गया कि ज्यादा सौदेबाजी के बजाय लोकसभा को भंग करने के विकल्प भी खुले रखे जाएं। संविधान के जानकारों के अनुसार यूपीए सरकार को इस प्रकार का प्रस्ताव लाने का अधिकार है।

शेयर बाज़ार में भारी गिरावट सेंसेक्स पहुंचा 13 हजार से नीचे

मुंबई, 1५ जुलाई- देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को एक बार फिर गिरावट का दौर देखा गया। शुरुआती पांच मिनट के कारोबार में बीएसई का सेंसेक्स १३ हजार के जादुई आंकड़े से निचले चला गया और ४०२.४१ अंक गिरकर १२ ,९२८.१० पर पहुंच गया।
वहीं, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी १२१.१५ को गोता लगाता हुआ ३,९१८.५५ पर जा पहुंचा।