लखनऊ, १ सितम्बर- अमेरिका से खरीदे गए उत्तरप्रदेश सरकार के नएनवेले हेलिकाप्टर बेल-४१२ की सेहत सोमवार को उस वक्त खराब हो गई, जब मुख्यमंत्री मायावती राज्य के बाढ़ग्रस्त इलाके का हवाई सर्वेक्षण करने जा रही थीं। दो बार बिगड़ने के कारण आखिरकार उसे वापस लैंड करना पड़ा। समय रहते खराबी का पता लगने से हादसा तो टल गया, लेकिन मायावती ने उड्डयन विभाग के अधिकारियों की अच्छी-खासी लू उतार दी।
मुख्यमंत्री मायावती दोपहर करीब १२ बजे नए हेलिकाप्टर से राज्य के बाढ़ग्रस्त इलाके का दौरा करने के लिए उड़ीं। उनके साथ राज्य के कैबिनेट सचिव शशांक शेखर सिंह एवं पायलेट आरएन सेन गुप्ता थे। रास्ते में हेलिकाप्टर में दो बार खराबी आ गई, लिहाजा मायावती ने पुराने हेलिकाप्टर चेतक से उड़ान भरी।
बाद में खराबी का पता चलने पर मायावती ने उड्डयन विभाग के आलाधिकारियों की जमकर क्लास ली। डाइरेक्टर एअर सेफ्ट दिल्ली रीजन रामनाथ ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया राज्य का उड्डयन विभाग हवाई खराबी या दुर्घटना की सूचना नहीं देता है।
उन्होंने बताया उत्तरप्रदेश में 14 अगस्त को भी कोई हवाई घटना-दुर्घटना हुई है, किन्तु राज्य को कोई अधिकारी इस बारे में मुँह खोलने को तैयार नहीं है। नए हेलिकाप्टर में आई खराबी की जाँच की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक राज्य का उड्डयन विभाग किसी भी हवाई खराबी या दुर्घटना की सूचना छिपाता है। पायलट आरएन सेन गुप्ता पहले राज्य के उड्डयन विभाग में सेवारत थे। पिछले दिनों उन्होंने त्यागपत्र दे दिया, इसलिए अब कांट्रेक्ट पर पायलट रखे गए हैं। शशांक भी पायलट हैं, लेकिन सूत्रों की मानें तो गुप्ता और सिंह को बेल-४१२ हेलिकाप्टर चलाने का पर्याप्त अनुभव ही नहीं है।
राज्य में वीवीआईपी की हवाई सुरक्षा को लेकर सुरक्षा एजेंसियाँ भी सतर्क नहीं हैं। राज्य पुलिस की सुरक्षा शाखा और इंटेलीजेंस शाखा भी इसे लेकर उदासीन है।