Aug 16, 2008

ब्रिटिश शोधकर्ता नें इजाद की सर्दी-जुकाम की दवा

लंदन, १६ अगस्त- गंभीर बीमारियों के लिए भले ही कई दवाएं मौजूद हों लेकिन सामान्य सर्दी-जुकाम के लिए अभी तक एंटीबायोटिक से ही काम चलाया जाता रहा है। ब्रिटिश शोधकर्ताऒं ने कई सालों की मेहनत के बाद अब ऐसी दवा तैयार कर ली है जो सर्दी-जुकाम से लड़ने में कारगर है।
इस दवा को `बीटीए७९८` नाम दिया गया है। इसमें जुकाम के साथ ही अस्थमा और सिस्टिक फाइब्रोसिस सरीखी बीमारी से भी निजात दिलाने की क्षमता होगी। सिस्टिक फाइब्रोसिस एक आनुवांशिक बीमारी है, जिसमें बर्हिस्रावी ग्रंथियां जैसे लिवर (यकृत), फेफड़े, पैंक्रियास (अगन्याशय) और आंते प्रभावित हो जाती हैं।
यह दवा जुकाम के लिए जिम्मेदार एचआरवी (ह्यूंमन राइनोवाइरस) को रोकने के साथ ही शरीर की कोशिकाऒं की टूटने और संक्रमण से रक्षा करेगी। दवा का निर्माण करने वाले विक्टोरिया स्थित बायोटा होडिंग्स कंपनी के शोधकर्ता पीटर कुक इसे सामान्य जुकाम के लिए प्रयुक्त होने वाली दुनिया की पहली दवा बता रहे हैं। कुक के अनुसार यह दवा एचआरवी के इलाज में एंटी-वायरल के रूप में प्रयुक्त हो सकेगी।
प्रयोगशाला में दवा के परीक्षण बेहद कामयाब रहे हैं। अब मनुष्यों पर इसके परीक्षण शुरू कर दिए गए हैं। शोधकर्ताऒं के अनुसार अगर ये परीक्षण सफल रहे तो पांच साल के भीतर यह दवा बाजार में आ जाएगी।

1 comment:

Asha Joglekar said...

Thanks for this information.