मुंबई, १६ अगस्त- इस साल रक्षाबंधन पर्व पर चंद्रग्रहण का साया नजर आ रहा है। भद्रकाल के कारण बहनें दोपहर तक अपने भाइयों को राखी नहीं बाँध सकेगी। शाम को सूतक का डर उन्हें राखी का त्यौहार धूमधाम से मनाने से रोक रहा है।
राखी के दिन भद्रा, सूतक काल और अच्छा चौघड़िया नहीं होने के कारण राखी बाँधने के लिए मात्र २ ही घंटों का समय मिलेगा। भद्रा के कारण २.२१ बजे तक राखी नहीं बाँधी जा सकेगी।
सूतक में राखी बाँधी जा सकती है, लेकिन अच्छे चौघड़िए केवल दो हैं। १.३० से ३ बजे तक लाभ और ३ से ४.३० तक अमृत। इस प्रकार २.२१ से ४ बजे तक केवल २ घंटे २१ मिनट का ही समय मिलेगा।
हालाँकि लोगों में इस पर्व को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। बाजारों में खूब रौनक है। बहने भद्रकाल के हटने का इंतजार कर रही है ताकि भाई को राखी बाँध सके।
नेहरू ताराघर के निदेशक पीयूष पांडेय ने बताया कि भारतीय समय के अनुसार शनिवार रात ११.५३ बजे चंद्रमा पृथ्वी की हल्की छाया में प्रवेश करेगा। १७ अगस्त को पूर्वाह्न १.०६ बजे आंशिक ग्रहण लगेगा। पूर्वाह्न २.४० बजे अधिकतम ग्रहण होगा, जब चाँद का ८१ फीसदी हिस्सा पृथ्वी की छाया में आ जाएगा।
चंद्रग्रहण उत्तर अमेरिका के कुछ भागों को छोड़कर विश्व के सभी भागों में देखा जा सकेगा। सूर्यग्रहण के विपरित चंद्रग्रहण को नंगी आँखों से देखा जा सकता है।
मौसम विभाग मुंबई के उप महानिदेशक डॉ. वीवी भद्रम ने कहा इस दौरान आकाश में बदली छाए रहने की संभावना है। तुलनात्मक रूप से दृश्यता कम रहेगी और हल्की बारिश भी हो सकती है।
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