आसुन्सिओन, २० अगस्त- वह महिला पराग्वे के मंत्रिमंडल की सदस्य बन गई है, जिसका कहना है कि उसे जंगल से पकड़ा गया और मजदूरी करने के लिए कई बार बेचा गया था। मार्गरीता म्बाईवांगी नामक इस महिला ने दक्षिण अमेरिकी देश पराग्वे की मूल निवासी आबादी का जीवनस्तर सुधारने की शपथ ली है।
राष्ट्रपति फनान्दो ल्यूगो ने ४६ वर्षीय मार्गरीता को मूल निवासी मामलों का मंत्रालय सौंपा। पराग्वे में कोलोराडो पार्टी के ६१ साल के शासन के खात्मे के बाद शुक्रवार से ल्यूगो की सरकार ने कामकाज संभाला है।
तीन बच्चों की माँ मार्गरीता हाईस्कूल डिप्लोमा के लिए पढ़ाई कर रही हैं। वे पराग्वे में जनजातीय मामलों को देखने वाली पहली मूल निवासी व्यक्ति बन गई हैं। मार्गरीता ने 'चैनल २' टेलीविजन से बातचीत में कहा कि जब मैं ४ साल की थी तब अंग्रेजों ने जंगल में मेरा अपहरण कर लिया था।
मुझे मजदूरी के लिए कई बार बेचा गया। मुझे खरीदने वाले कुछ परिवारों ने मुझे स्कूल भी भेजा, ताकि मैं पढ़-लिख सकूँ। मार्गरीता को मंत्री बनाए जाने का अन्य जनजातीय नेताओं ने विरोध किया।
उन्होंने आशंका जताई कि मार्गरीता भूमि विवाद को लेकर अपने लोगों का समर्थन करेंगी। बहरहाल मार्गरीता ने कहा कि वह तनाव दूर करने के लिए अपने विरोधियों के साथ भी मेलमिलाप की नीति अपनाएँगी।
No comments:
Post a Comment