Jul 31, 2008

महगाई दर बढ़ती ही जा रही है

नई दिल्ली, ३१ जुलाई- मुद्रास्फीति की दर १९ जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान बढ़कर ११.९८ प्रतिशत हो गई। पूर्व सप्ताह में ११ .८९ प्रतिशत थी। कुछ खाद्य उत्पादों और तैयार उत्पादों की कीमत में बढ़ोतरी के कारण ऐसा हुआ।
बृहस्पतिवार को जारी सरकारी आंकड़े भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा मौद्रिक नीति की तिमाही नीति में किए गए कड़े उपायों पर मुहर लगाते हैं। पिछले सप्ताह हालांकि मुद्रास्फीति की दर मामूली गिरकर ११.८९ प्रतिशत रह गई थी, लेकिन आज की बढ़ोतरी से स्पष्ट है कि यह १२ प्रतिशत के महत्वपूर्ण स्तर से केवल थोड़ा ही नीचे है। सरकार द्वारा पांच जून को पेट्रोल और डीजल के अलावा एलपीजी की कीमत में बढ़ोतरी के बाद से ही मुद्रास्फीति की दर के चढ़ने का सिलसिला शुरू हो गया था।
समीक्षाधीन सप्ताह में दाल, फल और मसालों की कीमत चढ़ गई और कुछ तैयार उत्पादों के दाम भी बढ़े। अभी दो दिन पहले ही भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो दर में ५० आधार अंक और नकद आरक्षित अनुपात सीआरआर में २५ आधार अंक की बढ़ोतरी की है।
हालांकि इस बढ़ोतरी का असर आने वाले दो सप्ताह बाद जारी मुद्रास्फीति आंकड़ों से पता लग पाएगा। वैसे भी सीआरआर में बढ़ोतरी ३० अगस्त से लागू होगी। मौद्रिक नीति की तिमाही समीक्षा जारी करते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर वाई वी रेड्डी ने कहा था कि नीति का मुख्य उद्देश्य मुद्रास्फीति की दर को मार्च २००९ तक सात प्रतिशत के स्तर तक लाना है।

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