Jul 19, 2008

स्त्री-पुरूष के अलग-अलग व्यवहार राज दिमाग में

लंदन, १९ जुलाई- पुरूषों और महिलाऒं द्वारा किया जाने वाला अलग-अलग व्यवहार हमेशा से वैज्ञानिकों के लिए चुनौती रहा है। मानव शरीर के तंत्रिका तंत्र संबंधी एक ताजा अध्ययन में बताया गया है कि पुरूषों और महिलाऒं के व्यवहार में अंतर की मुख्य वजह उनके मस्तिष्क के हिस्सों की संरचना भिन्न होना है। शोध में दोनों के मस्तिष्क में अलग-अलग आनुवांशिकीय चिह्न देखे गए। पुरूषों और महिलाऒं में लैंगिक असमानता के पीछे अक्सर सेक्स हार्मोन या सामाजिक स्थितियों को जिम्मेदार बताया जाता रहा है। लेकिन, नए शोध में इस अंतर के पीछे मस्तिष्क के खास तंत्र और रसायनों को जिम्मेदार बताया है जो उनमें संदेश प्रेषित करने का काम करते हैं। इसी को ध्यान में रखकर वैज्ञानिकों ने पुरूष और महिलाऒं के मस्तिष्क को दो अलग-अलग अंग करार दिया है।
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता तंत्रिका विज्ञानी लैरी काहिल दोनों के मस्तिष्क के आकार में अंतर बताते हैं। उनके अनुसार आकार में भिन्नता पुरूषों व महिलाऒं की क्रियाशीलता को भी प्रभावित करती है। हालांकि लंबे समय से मस्तिष्क के ही एक अंग हाइपोथेलेमस को पुरूष और महिलाऒं में व्यवहारगत अंतर के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा था। गौरतलब है कि हाइपोथेलेमस को भूख लगने, लड़ने, शरीर का ताप नियंत्रित रखने और यौन क्रिया के लिए जिम्मेदार माना जाता है।
लेकिन, हालिया शोध में पाया गया कि महिलाऒं के मस्तिष्क के कई हिस्सों का आकार पुरूषों की तुलना में अलग होता है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के शोधकर्ताऒं के मुताबिक पुरूषों की तुलना में महिलाऒं के मस्तिष्क के फ्रंटल लोब और लिम्बिक कारटेक्स हिस्से का आकार बड़ा होता है। उल्लेखनीय है कि फ्रंटल लोब निर्णय लेने व समस्या का समाधान करने और लिम्बिक कारटेक्स भावनाऒं को संचालित करने का केंद्र माने जाते हैं।

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