नई दिल्ली, १९ जुलाई । बुद्धिजीवियों ने भारत अमरीका असैन्य परमाणु सहयोग समझौते की कडी आलोचना करते हुये इसे बहुत ही खराब करार बताया है ।
कोलिशन फ्रा न्यूक्लियर डिसार्मामेंट एंड पीस .सीएनडीपी. द्वारा आज यहां, भारत अमरीका परमाणु समझौता ``द डेंजरस डिसेप्शन'' विषय पर आयोजित परिचर्चा में भाग लेते हुए प्रसिद्ध लेखिका एवं सामाजिक कार्यकर्ता महाश्वेता देवी ने कहा कि सरकार को सौर ऊर्जा और जल विद्युत पर जोर देना चाहिए१ उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा सस्ती और दीर्घकालिक होने के साथ ही इसका मानव पर वपरिीत प्रभाव भी नहीं पडता है जल विद्युत परमाणु ऊर्जा की अपेक्षा सस्ती है।
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