मुम्बई, २१ अगस्त- १९९३ में मुम्बई में हुए बम विस्फोटों में एक अहम आरोपी करीमुल्लाह (करीमुल्ला खान ओसान खान) को आज मुम्बई पुलिस की अपराध शाखा द्वारा नालासोपारा इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया है।
लगभग ४६-४७ वर्षीय करीमुल्लाह खान को मुम्बई बम धमाके के मामले में पुलिस को लम्बे अरसे से तलाश थी और उसपर ५ लाख रुपए का ईनाम भी था। मुम्बई पुलिस की अपराध शाखा के संयुक्त पुलिस निदेशक राकेश मारिया ने आज एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ये तमाम जानकारी दी है।
१२ मार्च १९९३ को मुम्बई में १३ सिलसिलेवार भीषण बम धमाके हुए थे जिनमें २७५ लोग मारे गए थे और ७१३ लोग घायल हुए थे। उन धमाकों में पहली बार “आर डी एक्स” जैसे भयावह विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था।
मुम्बई के उन धमाकों का मुख्य आरोपी माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम और उसके साथी थे। धमाकों के मामले में जो मुकदमा चला, उसमें कुल १९३ आरोपी थे जिनमें से २९ को अदालत ने बरी कर दिया, कुल १०० लोगों को सजा सुनाई गई थी।
करीमुल्लाह खान को एजाज पठान का दायां हाथ माना जाता है। करीमुल्लाह खान पर आरोप है कि उसने १९९३ बम विस्फोट के पहले शेखाड़ी मसला में उतारे गए आर।डी.एक्स और हथियारों को पहले मुंब्रा लाया और फिर उसे मुंब्रा से मुम्बई तक पहुंचाया।
जून १९९३ में फरार करीमुल्लाह खान के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी किया गया था। माना जा रहा था कि करीमुल्लाह खान पहले दुबई गया और फिर वहां से कराची गया जहां वो कुछ समय तक इलियाज पठान के साथ रहा। बाद में वो दाऊद इब्राहिम और अनीस के गैंग में शामिल होकर कराची में ही रहा।
इसके बाद, फरवरी २००६ में वो कराची से काठमांडू (नेपाल) गया और फिर वहां से राजमार्ग के जरिए वापस भारत पहुंचा। इसके बाद वो पहले एक साल तक मीरा रोड में रहा, और फिर पिछले दो सालों से वो नालासोपारा में रह रहा था।
करीमुल्लाह खान पर १९९३ बम धमाके के पहले कुछ लोगों को प्रशिक्षण देने के लिए पाकिस्तान भेजने का भी आरोप है।
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