Jul 16, 2008

शिबू सोरेन ( गुरूजी) की बल्ले बल्ले

नई दिल्ली, 17 जुलाई-परमाणु करार पर राजनीतिक दलों में जारी खींचतान झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के लिए असीम संभावनाओं की सौगात लाई है। कांग्रेस की हाथ थामे या भाजपा का दामन पकड़ें, शिबू के दोनों हाथों में लड्डू हैं। भाजपा उनकी पत्नी या बेटे में किसी एक को झारखंड का उप मुख्यमंत्री बनाने का वादा कर रही है, जबकि कांग्रेस ने उन्हें केंद्रीय कोयला मंत्री बनाने का दावतनामा भेजा है।
परमाणु करार के तार दिल्ली से झारखंड तक जुड़े तो वहां भी राजनीति करवटें लेने लगी। सूत्रों के अनुसार, राजग के एक वरिष्ठ नेता ने शिबू से संपर्क साधा और झारखंड में तख्तापलट की गुंजाइश तलाशी। शिबू से कहा गया कि राजग और झामुमो मिल जाएं तो झारखंड में आसानी से सरकार बना सकते हैं। उल्लेखनीय है कि झारखंड में सरकार बनाने के लिए 41 विधायकों की संख्या जरूरी है, जबकि इस समय वहां राजग के 35 और झामुमो के 17 विधायक हैं। राजग की शर्त यह है कि मुख्यमंत्री भाजपा का होगा। राजग ने प्रस्ताव दिया है कि शिबू तैयार होते हैं तो उनकी पत्नी रूपी या विधानसभा का चुनाव हार चुके पुत्र दुर्गा सोरेन को उप मुख्यमंत्री का पद सौंपा जा सकता है। हालांकि शिबू मुख्यमंत्री पद चाहते हैं।
इधर नए दोस्तों की तलाश कर रही कांग्रेस को जैसे ही भाजपा के इरादों की भनक लगी, उसने शिबू के सामने कोयला मंत्री बनाने का प्रस्ताव पेश कर दिया। शिबू ने यहां भी अपने दरवाजे खुले रखे हैं। सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने 22 जुलाई से पहले शपथ दिलाने की मांग रखी है लेकिन कांग्रेस इसमें हिचक रही है।

1 comment:

Unknown said...

इसने साल बाद आज फ़िर मौका मिला है शिबू सोरेन को रिश्वत लेकर सरकार बचाने का. रिश्वत लेकर सरकार बचाने का रिकार्ड इनके नाम है. पिछली बार इन्होनें कांग्रेस की सरकार बचाई थी. आज फ़िर कांग्रेस की सरकार बचाने का रिश्वती मौका मिला है इन्हें. गुरु जी, अब सोचना क्या, बढ़ जाइए रिश्वत की राह पर. बाकी सब भी यही कर रहे हैं.