Aug 4, 2008

कलावती के गांव में लोग खेती करने को तैयार नहीं

यवतमाल, ४ अगस्त- महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के जलका गांव में लोग खेती करना नहीं चाहते।
जलका गांव में ही उस कलावती के किसान पति ने कर्ज की वजह से तीन साल पहले जहर का सेवन कर आत्महत्या कर ली थी जिस कलावती का जिक्र कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने संसद में अपने संबोधन में किया था।
राहुल के मुंह से कलावती का नाम निकलने के साथ ही करीब। २०० व्यक्तियों की आबादी वाला जलका गांव भी चर्चित हो गया। इस गांव में करीब २०० व्यक्ति ही ऐसे होंगे जिनके पास पांच एकड़ से अधिक जमीन होगी।बहरहाल इन लोगों को खेत से होने वाली आमदनी नाम मात्र की है और कुछ लोगों ने तो खेती से तौबा ही कर ली है।
इस गांव में छह एकड़ जमीन के मालिक नितिन खारसे कहते हैं एक एकड़ जमीन पर खेती करने के लिए करीब १०,००० रूपये की जरूरत होगी। लेकिन फसल से हमे कोई मुनाफा नहीं मिलता यही वजह है कि नितिन ने खेती करने का इरादा छोड़ दिया है।
कलावती के पति ने कर्ज लेकर खेती की थी। लेकिन उसकी फसल से इतनी आमदनी नहीं हुई कि वह सूद समेत ४०, ००० रूपये का कर्ज चुका सके। उसने आत्महत्या कर ली।

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