Aug 29, 2008

बिहार में बाढ़ से स्थिति और भी भयावह

पटना, २९ अगस्त- बिहार में दो दिनों से लगातार हो रही बारिश और पश्चिमी चंपारण के वाल्मीकिनगर स्थित गंडक बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से राज्य में बाढ़ की स्थिति और बिगड़ गई है। कोसी नदी अब मधेपुरा, सुपौल, पूर्णिया, सहरसा, खगड़िया और फारबिसगंज के नए क्षेत्रों को अपनी चपेट में ले रही है।
उधर, नई दिल्ली में राजद प्रमुख व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने विहार में आई प्रलयकारी बाढ़ को देखते हुए वहां सेना के तीनों अंगो को अबिलम्ब तैनात करने की पीएम से मांग की है। बृहस्पतिवार को लालू यादव ने प्रधानमंत्री के साथ बिहार के बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया था। रेलमंत्री ने प्रधानमंत्री से अ‌र्द्धसैनिक बलों की अतिरिक्त टुकड़ियां, मोटर वोट, हेलीकाप्टर एवं अन्य जरुरी सामग्री उपलब्ध कराने की भी मांग की। उन्होने कहा कि राज्य में अभी भी लोग फंसे पड़े है उन्हें सुरक्षित बाहर निकालना आवश्यक है। लालू यादव ने गृहमंत्री शिवराज पाटिल तथा कैबिनेट सचिव के.एम. चंद्रशेखर से भी बिहार में आई बाढ़ के बारे में चर्चा की। प्रधानमंत्री ने कैबिनेट सचिव को निर्देश दिया कि बिहार की बाढ़ के मामलों में बिना विलम्ब किए कार्रवाई की जाए।
वहीं राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार अब तक बाढ़ में २० लाख लोग फंसे हुए है। सेना की मदद से अब तक डेढ़ लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। पूर्णिया जिले के बीकोठी, बनमनखी, रूपौली और धमदाहा प्रखंडों में कोसी का कहर जारी है। जलस्तर में वृद्धि बीकोठी की ढीबराधनी, भनसारा व लतहारा पंचायतों में कई लोग प्रभावित है। बनमनखी-मुरलीगंज सीमा पर चैनपुर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-१०७ का आधा हिस्सा पानी में बह गया है।
अररिया के नरपतगंज प्रखंड के कई नए गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। भागलपुर के नवगछिया अनुमंडल में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। सुपौल जिले के वीरपुर, बलुआ, छातापुर, त्रिवेणीगंज के इलाके में पानी का दबाव बढ़ा है।
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव आर के सिंह ने बताया कि उन्हें खबर मिली है कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में निजी नाव वाले लोगों को बाहर निकालने की एवज में दो-तीन हजार रुपए ले रहे है। उन्होंने कहा कि ऐसी नावों को जप्त किया जाएगा।
सिंह ने बताया कि प्रभावित इलाकों में २३४ नावें और ५० से अधिक मोटरबोट चल रही है तथा २५० नाव और भेज दी गई है। उन्होंने कहा कि सेना की एक-एक टुकड़ी अररिया, सुपौल और मधेपुरा में लगी हुई है और हेलीकाप्टर के जरिए अब तक २३ हजार खाने के पॉकेट गिराए जा चुके है।
उधर, जलसंसाधन विभाग, मोतिहारी के मुख्य अभियंता श्यामनंदन प्रसाद ने बताया कि पिछले २४ घंटे के दौरान नेपाल के पाखरा और भैरहवां में लगातार बारिश होने के कारण वाल्मीकिनगर गंडक बैराज से पिछले २४ घंटे में दो लाख ५० हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद बाढ़ की स्थिति और बिगड़ गई है।

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