Jul 26, 2008

पिछले तीन वर्षो में हुए कुछ बड़े धमाकों की फेरहिस्त

नई दिल्ली, २६ जुलाई सरकार लाख दावे कर ले, लेकिन आतंकी लगातार अपने मंसूबों में कामयाब हो रहे हैं। एक के बाद एक घटनाओं को आतंकी आसानी से अंजाम दे रहे हैं और सरकार व विपक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप से आगे बढ़ने को तैयार नहीं हैं।
आईटी सिटी बेंगलूर में हुए धमाकों के महज एक दिन बाद ही गुजरात का अहमदाबाद शहर सीरियल ब्लास्ट से दहल उठा। पुलिस के अनुसार इन धमाकों में दस लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब ४० लोग घायल हुए हैं।
देश में हाल में हुए कुछ बड़े बम विस्फोट इस प्रकार हैं :-
२५ जुलाई: बेंगलूर में नौ विस्फोट, दो की मौत, १२ घायल।
१३ मई २००८: जयपुर में १२ मिनट के अंदर आठ धमाके, ६५ लोगों की मौत, १५० से अधिक घायल।
जनवरी २००८ : रामपुर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के शिविर में आतंकी हमले में आठ लोग मारे गए।
अक्टूबर २००७ : राजस्थान में रमजान के दौरान अजमेर शरीफ दरगाह के अंदर हुए विस्फोट में दो लोग मारे गए।
अगस्त २००७ : हैदराबाद में आतंकी हमले में ३० लोगों की मौत, ६० घायल।
मई २००७ : हैदराबाद की मक्का मस्जिद में हुए एक बम विस्फोट में ११ लोग मारे गए।
१९ फरवरी २००७: दिल्ली अटारी लिंक एक्सप्रेस में विस्फोट में ६६ यात्री मारे गए। मारे गए लोगों में अधिकतर पाकिस्तानी नागरिक थे।
आठ सितंबर, २००६ : मालेगांव में शब-ए-बारात के मौके पर मस्जिद में दोहरा बम विस्फोट, ३० की मौत, १०० घायल।
११ जुलाई २००६ : मुंबई की उपनगरीय रेलगाडि़यों में सीरियल विस्फोट में करीब २०० की मौत, ७०० से अधिक घायल।
सात मार्च, २००६ : वाराणसी के संकट मोचन मंदिर और छावनी रेलवे स्टेशन सहित दो स्थानों पर सिलसिलेवार बम विस्फोट में २० की मौत।
अक्टूबर, २००५: दीपावली के एक दिन पहले नई दिल्ली के व्यस्त बाजार में तीन स्थानों पर बम विस्फोट हुए, जिसमें ६२ लोग मारे गए और सैकड़ों अन्य घायल हो गए।

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