Jul 4, 2008

जगन्नाथपुरी रथ यात्रा के दौरान भगदड़, ६ की मौत

भुवनेश्वर-विश्वप्रसिद्ध पुरी रथ यात्रा हर साल इस साल भी जबरदस्त भगदड़ मच जाने से ६ लोगों की मौत हो गई जबकि इसमें १० से ज्यादा लोगों के घायल होने की भी ख़बर है ।
यह भगदड़ तब मची जब हजारों भक्त देवी सुभद्रा के नजदीक जाकर उनता दर्शन करना चाहते थे लेकिन वहां की सुरक्षा व्यवस्था इतनी कड़ी थी कि उनका यह सोचना नही हो पाया और धीरे-धीरे इन भक्तों की तादात इतनी ज्यादा हो गई कि वहां की स्थिति सभंल नही पाई और जबरदस्त भगदड़ मच गई और जिसमें ६ लोग मारे गये और बहुत से भक्त घायल हो गए हैं। घायलों को पुरी के एक अस्थानीय अस्पताल में भर्ती कर दिया गया है।
उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने यात्रा में मरने वालों के परिजनों को एक-एक लाख रुपए देने की घोषणा की है।
पुरी रथ यात्रा में देश-विदेश से कम से कम लाखो भक्त इस पवित्र यात्रा में शामिल होने के लिए आते हैं। इसी को देखते हुए यहां पर सुरक्षा व्यवस्था को एकदम पुख्ता बनाया जाता है ताकि इतनी अधिक संख्या में आई भीड़ को सभांला जा सके। सुरक्षा व्यवस्था में पैरामिलिट्री के साथ-साथ भारी संख्या में पुलिस बल के जवान भी तैनात रहते है।
सुरक्षा व्यवस्था के इतने पुख्ता इतंजाम के बावजूद भी इस बार भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ गई की पुलिस भी इनको सभांल नहीं पाई और धीरे-धीरे श्रद्धालुओ के द्वारा सुरक्षा के घेरे को तोड़कर भगवान के पास जाने का प्रयास किया गया, जिसके चलते भीड़ बेकाबू हो गई और एक के उपर एक गिरने लगे और देखते ही देखते वहां का महौल बदल गया।
दस दिन तक चलने वाले इस पवित्र रथ यात्रा में हजारों-लाखों भक्त भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और देवी सुभद्रा के दर्शन करने आते हैं, और इस पवित्र रथ को हजारों भक्त अपने हांथों से खींचते हैं। जगन्नाथ रथ यात्रा उड़ीसा का सबसे बड़ा और पवित्र त्योहार है।

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