पटना, ४ सितम्बर- प्रलयंकारी कोसी नदी को उसकी मुख्यधारा में वापस ले जाने के कार्य में अब भारतीय वायुसेना भी जुटने जा रही है। इस विशेष कार्य के लिए रक्षा मंत्रालय के साथ-साथ नेपाल सरकार ने भी अपनी सहमति दे दी है।
नदी का रूख मोड़ने का भारतीय वायुसेना का बिहार में यह पहला प्रयास होगा। जलसंसाधन विभाग के सचिव अजय नायक के मुताबिक नेपाल के कुशहा के समीप कटान स्थल पर बिहार सरकार के अभियंताऒं के साथ-साथ हिन्दुस्तान स्टील वर्क्स कंस्ट्रक्शन लिमिटेड के अभियंता फिलहाल बांध के कटान भाग के दोनों छोर पर बांध के बचाव में युद्धस्तर पर लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्य तीन-चार दिनों में पूरा कर लिया जाएगा।
नायक ने बताया कि इसके बाद पायलट चैनल पर ब्लास्टिंग का कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ब्लास्टिंग से नदी की मुख्यधारा में गहरा गड्ढा बनाया जाता है ताकि नदी अपनी धारा बदल दे। बाद में इसी गड्ढे में भारतीय वायुसेना पायलट गेविन (लोहे की तार में बंधे बोल्डर) को अपने विमानों से सटीक उसी स्थान पर गिराएंगे, जिससे नदी की धारा को वर्तमान कटान स्थल की ओर बहने में अवरोध पैदा होगा। नायक ने बताया कि इससे पूर्व नदी की धारा में तीन चैनल बनाकर कोसी के साथ बहने वाले गाद को नदी की बाइंर् ओर जमा करने की कार्रवाई की जाएगी।
1 comment:
उपयोगी जानकारी.
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