नई दिल्ली, २८ अगस्त- थोक मूल्य सूचकांक की वार्षिक वृद्धि पर आधारित मुद्रास्फीति की दर गत १६ अगस्त को समाप्त सप्ताह में ०.२३ प्रतिशत घटकर १२.४० प्रतिशत रह गई।
यहां जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक खनिज और ईधन के दाम कम रहने से मुद्रास्फीति दर में गिरावट आई है। एक सप्ताह पहले यह १२.६३ प्रतिशत थी। पिछले १६ वर्षो में यह मुद्रास्फीति का सर्वोच्च आंकड़ा रहा है।
खनिजों, ईधन, ऊर्जा, प्रकाश एवं लुब्रीकेंट्स के मंदा होने से महंगाई की दर पर असर रहा। २८ सप्ताह के बाद महंगाई की दर में पहली बार गिरावट दर्ज की गई है। पिछले चार सप्ताह से महंगाई की दर १२ प्रतिशत से ऊपर बनी हुई है। पिछले साल आलोच्य अवधि में महंगाई मात्र ३.९९ प्रतिशत थी।
अंतिम आंकड़ों की प्राप्ति पर २१ जून को समाप्त सप्ताह में महंगाई की दर पहले के अनंतिम ११.६३ प्रतिशत के मुकाबले ११.९१ प्रतिशत पर स्थाई हो गई। विभिन्न अनुमानों में महंगाई की दर के बढ़कर १२.८० प्रतिशत से ऊपर निकलने की संभावना जताई गई थी।
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