पूर्णिया, २९ जुलाई- बिहार में शांति भंग करने के आरोप में एक कुत्ते को कोर्ट में पेश किया गया। कुत्ते की मालकिन का कहना है कि यह कुत्ता ही उनका एकमात्र रक्षक है। गुरुवार को छोटू नामक इस कुत्ते को शांति भंग करने के आरोप में कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने माँग की है कि लोगों को काटने के जुर्म में इस कुत्ते को कड़ी सज़ा दी जाए। जबकि कुत्ते की मालकिन का कहना है कि कुत्ते ने सिर्फ़ चोरी करने वालों पर ही हमला किया था।
वर्ष २००३ में एक मैजिस्ट्रेट ने 'छोटू' को मौत की सज़ा सुनाई थी। पड़ोसियों का आरोप था कि छोटू पागल हो गया है और उसने कई लोगों को काटा है। लेकिन जानवरों के अधिकारों के लिए काम कर रहे लोगों ने मैजिस्ट्रेट के इस निर्णय को बदलने में तब सफलता प्राप्त कर ली थी।
गुरुवार को पूर्णिया की अदालत में छोटू को पेश किया गया। ज़िलाधिकारी राजीव रंजन ने कहा, "चूँकि पुलिस का कहना था कि छोटू शांति के लिए ख़तरा है और इससे क़ानून और व्यवस्था बिगड़ सकती है, कोर्ट ने कुत्ते के नाम सम्मन जारी किया।"
लेकिन कोर्ट में गुरुवार को छोटू ने काफ़ी 'शालीनता' का परिचय दिया। कोर्ट में कुत्ते की तरफ़ से पक्ष रखते हुए वकील दिलीप कुमार दीपक ने कहा, "कोर्ट में बहुत लोग मौजूद थे फिर भी किसी पर भी कुत्ते ने भौंका तक नहीं।"
यह मामला अभी कोर्ट में जारी है। छोटू को अपने मालिक विधवा राजकुमारी देवी के साथ कोर्ट में पाँच अगस्त को हाज़िर होने को कहा गया है। राजकुमारी देवी कहती हैं, "छोटू ही एक मात्र मेरा रक्षक है। मैंने इसे अपने बच्चे की तरह पाला है।" वह कहती हैं कि जिन लोगों ने उनके घर में ज़बरदस्ती घुसने की कोशिश की उसी को छोटू ने काटा।
राजकुमारी देवी के वकील का कहना है कि पड़ोसियों की नज़र राजकुमारी देवी की जायदाद पर लगी हुई है. वे कहते हैं, "वे लोग ज़मीन से संबंधित कागज़ात चोरी करना चाहते हैं। इसी वजह से रात के समय उन लोगों ने घर में घुसने की कोशिश की। जब छोटू ने उन्हें काटा तो वे भाग खड़े हुए." छोटू राजकुमारी देवी के साथ उनके एक कमरे के फूस के घर में रहता है।
1 comment:
कुत्ता तो अपनी वफ़ा दारी दिखायेगा ही, इन्सांन थोडे ही ना हे, अब इन चोरो उचक्को को कोन सम्झाये कि कुत्ता अपना ईमान नही बेचता,
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