Jul 10, 2008

आईएईए भारत के सामरिक कार्यक्रम में हस्तक्षेप नहीं करेगा

नयी दिल्ली 10 जुलाई-भारत और अंतरराष्ट्रीय परमाणु उर्जा एजेंसी आईएईए के बीच मानक समझौते के मसौदे में साफ है कि एजेंसी भारत के सैन्य कार्यक्रम में हस्तक्षेप नहीं करेगी और समझौता केवल उन असैनिक परमाणु संस्थानों में ही लागू होगा जिनकी पहचान भारत करेगा।
भारत केन्द्रित समझौते का मूलपाठ आज यहां सरकार ने जारी किया। उसमें भारत अमेरिका असैनिक परमाणु करार के तहत योजना को माना गया है जिसके तहत भारत अपने असैनिक परमाणु संस्थानों को सुरक्षा उपायों के अन्तर्गत लायेगा। सैनिक संस्थान इससे बाहर रहेंगे।
करार के क्रियान्वयन में यह मसौदा एक महत्वपूर्ण कदम है। इसमें निरूपित है कि भारत यह शपथ लेगा कि सुरक्षा उपायों वाले संस्थानों में बनने वाली कोई भी वस्तु और उसके लिये प्राप्त सामग्री का इस्तेमाल किसी परमाणु हथियार के विनिर्माण में अथवा किसी अन्य सैन्य मकसद के लिये नहीं होगा।
दस्तावेज कहता है कि ऐसी वस्तुओं का इस्तेमाल विशिष्ट तौर पर शांतिपूर्ण प्रयोजन के लिये होगा और किसी भी परमाणु विस्फोटक उपकरण के विनिर्माण में उसका इस्तेमाल नहीं होगा। उल्लेखनीय है कि आईएईए ने कल घोषणा की थी कि दस्तावेज को बोर्ड आफ गवर्नर्स में वितरित किया जायेगा।

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