इस्लामाबाद, ११ सितम्बर- पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल अशफाक कियानी ने दो टूक कहा है कि उनका देश अपनी जमीन पर विदेशी फौजों को कार्रवाई करने की इजाजत कतई नहीं देगा। कियानी का यह तीखा बयान उस घटना के संदर्भ में आया है जिसमें अमेरिका नीत फौजों ने पिछले हफ्ते पाकिस्तान के दक्षिणी वजीरिस्तान में अंगोर अड्डे के पास एक गांव में पहली बार जमीनी कार्रवाई करके 20 लोगों की हत्या कर दी थी।
पाकिस्तानी सेना द्वारा कियानी के हवाले से बुधवार को जारी बयान में कहा गया है, देश की संप्रभुता और सीमाओं की हिफाजत हर कीमत पर की जाएगी। किसी भी बाहरी फौज को मुल्क की सरहद के अंदर कार्रवाई करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। कियानी ने कहा कि गठबंधन सेनाओं को पाकिस्तान की सीमा में कार्रवाई करने की इजाजत देने के लिए किसी तरह के समझौते या सहमति का कोई सवाल ही नहीं उठता।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते बुधवार को अमेरिका नीत सेनाओं ने अफगानिस्तान की सीमा से सटे पाकिस्तान के दक्षिण वजीरिस्तान में अंगोर अड्डे के पास एक गांव में आतंकियों के मौजूद होने के नाम पर धावा बोलकर महिलाओं तथा बच्चों समेत 20 लोगों की हत्या कर दी थी। इससे पाकिस्तान में आक्रोश की लहर दौड़ गई थी और इस मामले की गूंज देश की संसद में भी सुनाई दी थी। सेना प्रमुख ने आगाह किया कि अगर अंगोर अड्डा जैसी गैरजिम्मेदाराना घटना दोबारा हुई तो इलाके में आतंकवाद कम होने के बजाय और भड़क जाएगा।
उन्होंने कहा कि विश्वास में कमी और गलतफहमी से स्थितियां उलझेंगी और परेशानियां ज्यादा बड़ा रूप ले लेंगी। कियानी ने कहा कि अल्पकालिक फायदे के लिए अपने दीर्घकालिक हितों को ताक पर रख देना आगे बढ़ने के लिए सही रास्ता नहीं है। उन्होंने कहा अफगानिस्तान में तैनात अमेरिका नीत गठबंधन सेनाओं को रणनीतिक धैर्य बनाकर पाकिस्तान की मदद करनी चाहिए।
अमेरिका और अफगानिस्तान का मानना है कि दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान की सीमा के पास का इलाका आतंकियों का गढ़ बन गया है और वे वहां से पाकिस्तान तथा अफगानिस्तान में अपनी गतिविधियां संचालित कर रहे हैं इसीलिए फौजों ने वहां हमला किया था।
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