नई दिल्ली, २२ जुलाई- को लोकसभा में हुए विश्वास मत से पहले ही समाजवादी पार्टी ने यूपीए नेतृत्व से माँग की थी कि वित्तमंत्री पी। चिदम्बरम और पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा को हटा दिया जाए और पार्टी की ओर से यह भी कहा गया था कि गृहमंत्री शिवराज पाटिल के स्थान पर सपा महासचिव अमरसिंह को केन्द्र में गृहमंत्री बना दिया जाए।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि खुद अमरसिंह भी इतना अहम पद चाहते हैं। इस मामले में उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार में शामिल होने के लिए सपा की तैयारियाँ जोरों से चल रही हैं और उन नामों को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जिन्हें अगले फेरबदल में सरकार में मंत्री पद दिया जाएगा। विश्वास मत से पहले जब लेन-देन को अंतिम रूप दिया जा रहा था तब सपा की ओर से कहा जा रहा था कि पार्टी सरकार में शामिल नहीं होगी।
पर अब पार्टी के नेता स्पष्ट रूप से कहते हैं कि यह बात केवल लोगों को बहलाने के लिए थी, जबकि हम पहले ही स्पष्ट कर चुके थे कि हमें मंत्री पद चाहिए। पार्टी सूत्रों का दावा है कि इस संबंध में कुछ नामों को तय कर लिया गया है, जबकि कुछ नामों पर विचार चल रहा है।
पार्टी के सूत्रों का यह भी कहना है कि पार्टी प्रमुख मुलायमसिंह यादव मंत्री पद नहीं लेंगे वरन वे अपना सारा ध्यान राज्य में पार्टी के नेताओं, पदाधिकारियों, सांसदों और विधायकों तथा जिला प्रमुखों से मिलने में लगाएँगे। पर उनकी ओर से इस मामले में कांग्रेस प्रमुख सोनिया गाँधी से बातचीत की जाएगी।
कांग्रेस के लिए इससे भी बड़ी समस्या लोकसभा चुनाव से पहले सीटों का बँटवारा होगा क्योंकि कांग्रेस जहाँ यूपी में ८० में से चालीस सीटों तक की माँग कर सकती है वहीं सपा की नीति होगी कि वह कम से कम सीटें कांग्रेस को चुनाव लड़ने के लिए दे। संभावना है कि सपा, कांग्रेस को संसदीय चुनावों के लिए मात्र २२ से २५ सीटें ही छोड़ सकती है।
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