अहमदाबाद, २८ जुलाई-लोगों के दिल-ओ-दिमाग को दहला देने वाले अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट मामले में पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अहले हदीज के एक कार्यकर्ता को अहमदाबाद में हुए १७ धमाकों के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। इन धमाकों में करीब ४९ लोग मारे गए है । उधर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और गृहमंत्री शिवराज पाटिल सोमवार को अहमदाबाद शहर का दौरा करेंगे।
एक समाचार चैनल के मुताबिक पुलिस के हत्थे चढ़े अब्दुल हलीम की २००२ में हुए गोधरा कांड के बाद हुए दंगों के सिलसिले में भी पुलिस को तलाश थी। पुलिस ने अब्दुल को संवेदनशील इलाके दानी लिम्डा से गिरफ्तार किया। २००२ के गुजरात दंगों के बाद से अब्दुल फरार चल रहा था।
अहले हदीज के बारे में कहा जाता है कि यह एक चरमपंथी इस्लामी संगठन है। यह इस्लाम के वहाबी मत को मानता है। ऐसा माना जाता है कि अहले हदीज ने ही दहशत और खौफ का दूसरा नाम बन चुके आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की पाकिस्तान में स्थापना की थी। गौरतलब है कि लश्कर ने भारत में हुई कई बड़ी आतंकी वारदातों की जिम्मेदारी ली है। अहले हदीज के कई कार्यकर्ता सिमी के काडर माने जाते हैं। वहीं, अहले हदीज से जुड़े लोगों ने भी कई बड़ी घटनाओं को अंजाम तक पहुंचाया है।
No comments:
Post a Comment