Jun 27, 2008

शेयर बाजार 14 हजार के नीचे

मुंबई - महँगाई की आँच और कच्चे तेल के उबाल में आज देश के शेयर बाजार झुलस गए। बम्बई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 620 अंक टूटकर 10 माह के बाद 14000 अंक से नीचे उतर गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्‍टी ने 179 अंक की डुबकी लगाई।
अमेरिका के शेयर बाजारों में कल की भारी मंदी और एशियाई शेयर बाजारों के टूटने के कारण यहाँ भी कारोबार की शुरुआत से ही बिकवाली का दबाव था। पूरे सत्र के दौरान भारी बिकवाली का दबाव रहा। बीएसई के सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से एक को भी बढ़त नसीब नहीं हो सकी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें करीब 142 डॉलर प्रति बैरल के निकट पहुँच गईं। वहीं देश में महँगाई की दर 14 जून को समाप्त हुए सप्ताह में 0।37 प्रतिशत और बढ़कर अप्रैल 1995 के बाद के अधिकतम स्तर 11.42 प्रतिशत पर पहुँच गई। बाजार विशलेषक महँगाई की दर के 12 प्रतिशत से भी ऊपर निकल जाने की आशंका व्यक्त कर रहे हैं।
बीएसई का सेंसेक्स कल के 14421।82 अंक की तुलना में 14127.76 अंक पर करीब तीन सौ अंक नीचा खुला और यही सत्र का अधिकतम स्तर भी रहा। इसके बाद सेंसेक्स निरंतर बिकवाली के दबाव में रहा और सत्र में नीचे में 13760.24 अंक तक लुढ़कने के बाद कुल 619.60 अंक अर्थात 4.30 प्रतिशत की डुबकी लगाकर 13802.22 अंक पर बंद हुआ।
सूचकांक का यह स्तर 21 अगस्त 2007 के 13989।11 अंक के बाद का न्यूतनम है।
एनएसई का निफ्टी 179।20 अंक अर्थात 4.15 प्रतिशत टूटकर 4136.65 अंक पर बंद हुआ। सत्र में यह नीचे में 4119.20 अंक तक गिरा। इससे पहले शुरुआत में निफ्टी कल के 4315.85 अंक की तुलना में 4315.30 अंक पर खुला और यही सत्र का उच्चतम स्तर भी रहा।
बीएसई में बिकवाली का दबाव इतना अधिक था कि किसी भी वर्ग का सूचकांक बढ़त हासिल नहीं कर पाया। मिडकैप और स्मालकैप क्रमश: 3।19 तथा 2.68 प्रतिशत के नुकसान से क्रमश: 5558.75 तथा 6938.07 अंक पर बंद हुए। इनमें क्रमश: 183.29 तथा 191.01 अंक निकले।
अन्य सूचकांकों में धातु सूचकांक को 4।53 प्रतिशत अर्थात 630.96 अंक का झटका लगा। धातु सूचकांक 13292.45 अंक रह गया। कैपीटल गुड्स सूचकांक 4.09 अर्थात 445.09 अंक टूटा। बैंकेक्स 345.64 अंक, आइल एंड गैस 289.75 अंक, रियलटी 227.18 अंक और ऑटो 204.93 अंक नीचे आए।
एनएसई का निफ्टी मिडकैप 3।34 प्रतिशत गिरकर 2029.40 अंक रह गया। निफ्टी जूनियर 4.05 प्रतिशत के नुकसान से 6466.50 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई में सत्र के दौरान कुल 2706 कंपनियों के शेयरों में कामकाज हुआ। इसमें से 75।79 प्रतिशत अर्थात 2051 कंपनियों के शेयर घाटे में रहे, जबकि 601 अथवा 22.21 प्रतिशत में फायदा तथा 54 में स्थिरता रही।
सेंसेक्स से जुड़ी तीस कंपनियों में सबसे अधिक घाटा ऑटोमोबाइल वर्ग की अग्रणी टाटा मोटर्स के शेयर में 8।24 प्रतिशत हुआ। कंपनी का शेयर 40.35 रुपए के नुकसान से 445.05 रुपए रह गया। आवास ऋण उपलब्ध कराने वाली अग्रणी एचडीएफसी का शेयर 8.15 प्रतिशत अर्थात 182.15 रुपए गिरकर 2028.15 रुपए रह गया।
रियलटी कंपनी डीएलएफ का शेयर 5।70 प्रतिशत यानी 25.65 रुपए गिरकर 420 रुपए रह गया। सेंसेक्स के नुकसान वाले पहले 20 शेयरों में चार प्रतिशत और इससे अधिक की गिरावट रही। शानदार परिणाम के बावजूद टाटा स्टील का शेयर 4.01 रुपए अर्थात 30.35 रुपए गिरकर 721.15 रुपए रह गया।
प्रो लिमिटेड, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, अम्बुजा सीमेंट, जयप्रकाश एसोसिएट्स, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, मारुति सुजूकी, ओएनजीसी, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, रिलायंस कम्युनिकेशंस, सत्यम कंप्यूटर, इन्फोसिस, हिंडाल्को, भेल और लार्सन एंड टूब्रो के शेयर सेंसेक्स के नुकसान वाले पहले बीस शेयरों में शामिल थे।

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